चीन, पाकिस्तान और नेपाल के साथ बॉर्डर पर तनाव के बीच सेनाओं को मजबूत करने का काम लगातार जारी है. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के द्वारा इस 8 अक्टूबर को वायुसेना को पहला ट्राई सर्विस कमांड मिल सकता है, जो कि पूरे देश के एयर डिफेंस को हैंडल करेगा.
ऐसे वक्त में जब देश के सामने चीन और पाकिस्तान के जैसी दोहरी चुनौती है, तब इस तरह के कमांड का बनना काफी लाभदायक साबित हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, इसका मकसद होगा कि सेना की तीनों सर्विस की सुविधाओं के एक कमांड के अंडर में लाना ताकि देश के एयर स्पेस को सुरक्षित रखा जा सके.
बता दें कि 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस होता है, इसी दिन इसका ऐलान किया जाना है. इस कमांड को बनाने की शुरुआती तैयारियां की जा चुकी हैं. CDS की अगुवाई में मिलिट्री अफेयर्स डिपार्टमेंट ने इसके लिए ज्वाइंट मिलिट्री, थियेटर कमांड बनाने का निर्देश दिया है.
इसके अलावा भी लॉजिटिक्स कमांड और अन्य मुद्दों पर बात जारी है. CDS बिपिन रावत ने इस मसले पर सेना प्रमुख और वायुसेना प्रमुख के साथ बात की. हालांकि, अभी थियेटर्स कमांड के लिए कोई अलग से पोस्ट तैयार नहीं की जाएगी. अभी इन्हें लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अफसर की संभालेंगे.
बता दें कि सेना की हर सर्विस का अपना एक एयर डिफेंस सैटअप होता है. इस कमांड के बनने के बाद तीनों सेनाओं की शक्ति को साथ मिलाकर देश के एयर डिफेंस को मजबूत किया जाएगा.