मणिपुर के अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों ने मंगलवार को कहा कि अगर राज्य की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किया जाता है तो वे सरकार द्वारा दिए गए पुरस्कार वापस लौटा देंगे. उनमें से 11 खिलाड़ी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राज्य के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर एक ज्ञापन सौंपेंगे.
एल अनीता चानू (ध्यानचंद पुरस्कार विजेता), अर्जुन पुरस्कार विजेता एन कुंजारानी देवी (पद्म श्री), एल सरिता देवी और डब्ल्यू संध्यारानी देवी (पद्म श्री पुरस्कार विजेता) और एस मीराबाई चानू (पद्म श्री और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार विजेता) उन 11 खिलाड़ियों में शामिल हैं. अनीता चानू ने इस सम्मेलन में कहा, 'अगर अमित शाह हमें मणिपुर की अखंडता की सुरक्षा के बारे में आश्वासन नहीं देते हैं, तो हम भारत सरकार द्वारा दिए गए हमारे पुरस्कार लौटा देंगे.'
अमित शाह को ज्ञापन सौंपेंगे खिलाड़ी
उन्होंने कहा कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो भविष्य में खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे और न ही किसी उभरती प्रतिभा को प्रशिक्षित करेंगे. 11 खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ज्ञापन शाह को सौंपने गए, लेकिन ऐसा नहीं कर सके क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री कुकी पीड़ितों और संगठनों से मिलने के लिए चुराचंदपुर गए थे. चानू ने कहा, 'हमने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को ज्ञापन की एक प्रति सौंपी है. उन्होंने चुराचांदपुर से लौटने के बाद शाम को शाह के साथ बैठक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है. हम उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे.'
ज्ञापन में सुरक्षाबलों पर उठाए गए सवाल
ज्ञापन पर राज्य के अन्य अर्जुन पुरस्कार विजेताओं द्वारा भी हस्ताक्षर किए गए हैं. वे ओइनम बेमबेम देवी (पद्मश्री भी), एन सोनिया चानू, एम बायोजीत सिंह, वाई सनथोई देवी, एल शुशीला देवी और एम सुरंजय सिंह हैं. इस ज्ञापन में, खिलाड़ियों ने लोगों को मारकर और घरों को जलाकर 'मणिपुर की अखंडता को चुनौती देने वाले कुकी आतंकवादियों' के बावजूद हिंसा को नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों पर सवाल उठाया.
उन्होंने कहा, 'हम निहत्थे नागरिकों पर इस तरह के हमलों की निंदा करते हैं, खासकर घाटी के जिलों के आसपास के इलाकों में.' खिलाड़ियों ने कुकी उग्रवादी समूहों के साथ निलंबन के ऑपरेशन (एसओओ) समझौते को रद्द करने, जल्द से जल्द शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने और मणिपुर की एकता और अखंडता की सुरक्षा की मांग की.
'हाइवे से हटाएं नाकेबंदी'
इस ज्ञापन में कहा गया है, 'मणिपुर को विघटित करने की मांग किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है.' खेल हस्तियों ने सरकार से NH2 पर नाकेबंदी हटाने का भी आग्रह किया क्योंकि इससे जरूरी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं. यह हाइवे असम में डिब्रूगढ़ से मिजोरम में तुईपांग तक का है. यह असम, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम से होकर गुजरता है. इस ज्ञापन में आगे कहा गया है, 'मेइती को केवल घाटी में बसने की इजाजत है जो मणिपुर के कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 10 प्रतिशत है. यदि वर्तमान प्रणाली को जारी रखने की अनुमति दी जाती है तो वे कुछ वर्षों के बाद कहां बसेंगे? इसलिए, मेइती को पहाड़ियों में बसने की अनुमति दें.'