संसद के दोनों सदनों में गतिरोध जारी है. बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया और दोनों सदन दूसरे हफ्ते की कार्यवाही के अंतिम दिन भी नहीं चल सके. हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक और फिर 4 अगस्त को दिन में 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
वहीं, लोकसभा में भी कार्यवाही पहले 2 बजे तक और फिर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने से पहले एक मौका ऐसा भी आया, जब कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल विपक्ष पर भड़क गए. दरअसल, लोकसभा की कार्यवाही दो बजे जब दोबारा शुरू हुई, कार्यवाही का संचालन करने आसन पर उपसभापति पैनल के कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी आए.
आसन से कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने लोकसभा स्पीकर को कई सदस्यों की ओर से स्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिलने की जानकारी दी और कहा कि किसी भी नोटिस को अनुमति नहीं दी गई है. इसके बाद विपक्ष के सदस्य तख्तियां लेकर वेल में आ गए और वोटर लिस्ट के स्पेशल रिवीजन के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे. पीठासीन ने हंगामे के बीच कार्यवाही जारी रखी और लिस्टेड बिजनेस लिए.
कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इस तरह से आप तख्त लेकर वेल में नहीं आ सकते. यह इस सदन की गरिमा के अनुरूप नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने कई बार आपसे इसे लेकर निवेदन किया है. ऐसे नहीं चलेगा. जाइए, अपनी सीट पर बैठिए.
पीठासीन कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने वेल में आकर नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर जाने की अपील करते हुए कहा कि गोवा विधानसभा में अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण का बिल कई दिनों से पेंडिंग है. उन्होंने कहा कि इस बिल पर चर्चा शुरू करने के लिए आसन से खुद मैं ही दो बार अपील कर चुका हूं.
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पीठासीन ने कहा कि यह एसटी के अधिकार से जुड़ा विषय है. क्या आप नहीं चाहते हैं कि गोवा में अनुसूचित जनजातियों को प्रतिनिधित्व मिले? इसके बाद लोकसभा में मौजूद कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल अपनी जगह खड़े हुए. उन्होंने आसन को संबोधित करते हुए कहा कि जिस बिल की आपने बात की, यह बिल गोवा विधानसभा में अनुसूचित जनजातियों के लिए सीटों के आरक्षण से संबंधित है.
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अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि गोवा विधानसभा में सीटें बढ़ने वाली हैं. गोवा विधानसभा में अनुसूचित जनजातियों को प्रतिनिधित्व मिलने वाला है. ये विपक्ष के लोग एसटी के खिलाफ भी हैं क्या. उन्होंने कहा कि क्या ये लोग नहीं चाहते कि गोवा विधानसभा में अनुसूचित जनजातियों को प्रतिनिधित्व मिले.
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कानून मंत्री ने कहा कि पीठासीन से कहा कि हम बिल पर चर्चा के लिए तैयार हैं. इसके बाद भी हंगामा जारी रहा, जिसके बाद आसन से कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने लोकसभा की कार्यवाही सोमवार, 4 अगस्त को दिन में 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.