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किसानों का 6 फरवरी को चक्का जाम का ऐलान, दिल्ली बॉर्डर पर और कड़ा हुआ पुलिस का पहरा

किसानों के चक्का जाम के ऐलान के इतर दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर भारी बैरिकेड्स लगा दिए हैं. कंटीले तारों से भी रास्ता रोकने की कोशिश की गई है. कई लेयर के बैरिकेड्स और सीमेंटेड वाल्स लगाए गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर सड़कों पर बड़ी-बड़ी कीलें लगाई गई हैं.

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गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए (पीटीआई)
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए (पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 6 फरवरी को 3 घंटे के लिए देशभर में चक्का जाम का ऐलान
  • गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर पुलिस की कड़ी चौकसी
  • गाजीपुर बॉर्डर पर सड़क पर लगाई गई नुकीली कीलें
  • किसानों की मांग- बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल हो

कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है और अब किसान एकता मोर्चा ने ऐलान किया है कि 6 फरवरी को देशभर में 3 घंटे के लिए चक्का जाम किया जाएगा. इस बीच दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस का पहरा लगातार बढ़ता जा रहा है.

किसान एकता मोर्चा ने सोमवार को बताया कि 41 किसान यूनियनों ने 6 फरवरी (शनिवार) को देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का फैसला किया है. दूसरी ओर दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस की चौकसी बढ़ती ही जा रही है.

दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर भारी बैरिकेड्स लगा दिए हैं. कंटीले तारों से भी रास्ता रोकने की कोशिश की गई है. कई लेयर के बैरिकेड्स और सीमेंटेड वाल्स लगाए गए हैं. तो गाजीपुर बॉर्डर पर सड़कों पर बड़ी-बड़ी कीलें लगाई गई हैं.

सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मी (पीटीआई)
सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मी (पीटीआई)

बोलने की आजादी पर अंकुश
किसानों की तरफ से आरोप लगाया जा रहा है कि उनकी बोलने की आजादी पर अंकुश लगाया जा रहा है. कई ट्विटर अकाउंट को बैन कर दिया गया जिसे कई घंटों के बाद ट्विटर इंडिया द्वारा बहाल कर दिया गया. किसानों का दावा है कि कम से कम 122 एफआईआर मनमाने ढंग से दर्ज की गई हैं. 

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सरकार ने प्रदर्शनस्थलों पर इंटरनेट बंद करके सभी संचार माध्यमों को काट दिया है. उनकी मांग है कि सरकार ने प्रदर्शनस्थलों पर बिजली और पानी की आपूर्ति में जो कटौती की है, जिन्हें बहाल किया जाना चाहिए.

किसानों को आने से रोका जा रहा!
डॉक्टर दर्शनपाल ने कहा कि किसान उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. गाजीपुर बॉर्डर पर भी बिजली काट दी गई थी. पानी के टैंकरों की अनुमति नहीं दी जा रही है. भले ही पानी बाहर से लाया जा रहा हो लेकिन आपूर्ति में कटौती के लिए अधिक बैरिकेड्स लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास वकीलों की एक टीम भी है, जो गिरफ्तार किए गए लोगों के केस को मुफ्त में लड़ेंगे. 

किसान संगठनों ने यह भी आरोप लगाया है कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने की खातिर किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए गाड़ियों को कम या रूट डायवर्ट किए जा रहे हैं. हालांकि रेल मंत्रालय का कहना है कि यह कदम एक परिचालन जरुरत थी. सोमवार को पंजाब मेल के रूट को डायवर्ट कर दिया गया जबकि एक अन्य ट्रेन को रद्द कर दिया गया.

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किसान संगठनों ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन करने वालों का साथ देने के लिए फिरोजपुर (पंजाब) में कल रात लगभग 1,000 किसान पंजाब मेल पर सवार हुए थे. लेकिन ट्रेन, जो दिल्ली से होकर जाती है, को रोहतक (हरियाणा) से रेवाड़ी, और आगे अपने मुंबई के लिए डायवर्ट कर दिया गया. उत्तरी रेलवे के प्रवक्ता का इस पर कहना है कि परिचालन कारणों से ट्रेन रूट को डायवर्ट किया गया.

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राजस्थान के गंगानगर से पुरानी दिल्ली जाने वाली एक अन्य ट्रेन जो पंजाब और हरियाणा से होकर पहुंचती है, उसका सफर बहादुरगढ़ (हरियाणा) में ही खत्म कर दिया गया.

स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर नाराजगी जताते हुए कहा, 'फिरोजपुर मुंबई पंजाब मेल के रूट को डायवर्ट करते हुए आज सुबह रोहतक से रेवाड़ी कर दिया गया, ताकि करीब 1,000 किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोका जा सके.'

 

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