कोरोना के मामलों में अभूतपूर्व उछाल और स्वस्थ लोगों में दुर्बल करने वाले लक्षण विकसित हो रहे हैं, जिससे मौजूदा चिकित्सा ढांचा चरमरा गया है. इस समय अपने परिवारों के साथ सेवारत और सेवानिवृत्त बीएसएफकर्मियों को उपचार और पुनर्वास की जरुरत है और बीएसएफ सुविधाओं में उनका उपचार अत्यधिक चिकित्सा सुविधाओं पर बोझ न डालकर सबसे बड़ा प्रभाव डालने वाला है.
बीएसएफ ने कोविड संकट से निपटने के लिए आक्रामक तरीके से कदम बढ़ाया है और 20 ऑक्सीजन बेड स्थापित करके अपनी सुविधा को उन्नत किया है, जिसमें से 10 बेड कोविड केयर सेंटर छावला में और 10 बेड कोविड केयर सेंटर (CCC) तिगरी में हैं. ये सभी 20 बेड ऑक्सीजन और मल्टीपारा मॉनिटर से जुड़े हैं.
सीसीसी छावला की तरह सीसीसी तिगरी में 1 बेड बाय-पैप मशीन से जुड़ा है और हर 2 में वेंटिलेटर जुड़ा हुआ है. इसके अलावा सीसीसी छावला में 30 स्टैंडअलोन ऑक्सीजन बेड भी हैं. इसी लाइन पर सीसीसी तिगरी में 10 स्टैंडअलोन ऑक्सीजन बेड हैं. इस प्रकार, बीएसएफ के गंभीर रूप से बीमार रोगियों और सेवानिवृत्त लोगों सहित उनके आश्रित परिवार के सदस्यों के प्रबंधन के लिए कुल मिलाकर हमारे पास 60 ऑक्सीजन युक्त बेड हैं. बीएसएफ रोगियों को ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उपरोक्त स्थानों में दो मिनी ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं.
बीएसएफ ने बनाए क्वारंटीन केंद्र
उपरोक्त सुविधा पहले से उपलब्ध सुविधाओं के अतिरिक्त है, जैसे 25 बटालियन, छावला कैंप में अपने प्रशिक्षण केंद्र में 182 बेड वाला सीसीसी. विभिन्न बीएसएफ कमांड संरचनाओं के तहत कई कोविड केयर सेंटर (लेवल- I सुविधा) काम कर रहे हैं. इसके अलावा, आठ 50 बेड वाले समग्र अस्पतालों और दो 100 बेड वाले अस्पतालों को लेवल- II समर्पित कोविड हेल्थ सेंटर्स के रूप में नामित किया गया है.
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बीएसएफ ने बीओपी पर बीएसएफ सैनिकों के लिए और फील्ड इकाइयों के साथ कानून-व्यवस्था और अन्य संबंधित कर्तव्यों के लिए तैनात लोगों के लिए कई क्वारंटीन केंद्र (900 से अधिक) और कोविड टेस्टिंग सुविधाएं स्थापित की है. कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए बीएसएफ के विभिन्न स्थानों पर 49 टीकाकरण केंद्र भी स्थापित किए गए हैं.
इसके अलावा, डॉक्टरों के साथ टेली-परामर्श और खतरे से लड़ने के लिए आवश्यक चिकित्सा मार्गदर्शन प्रदान करने को लेकर दिल्ली में 24 घंटे हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है. यह सुविधा सेवारत और सेवानिवृत्त बीएसएफ कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों को टेलीमेडिसिन परामर्श, सामान्य दवाओं की आपूर्ति और एम्बुलेंस सेवाएं प्रदान कर रही है.
अब तक बीएसएफ के 20,730 जवान कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें 19,094 लोग इस वायरस से ठीक हो चुके हैं और इस तरह रिकवरी रेट 92.1% हो गई है. 18 मई तक बीएसएफ में महज 1,551 एक्टिव केस हैं. तो वहीं बीएसएफ के 2,19,225 कर्मियों को वैक्सीन की पहली खुराक का टीका लगाया जा चुका है जबकि 1,78,060 कर्मियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है.