महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर दशकों से सियासत जारी है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता 'मराठी बोलो नहीं तो मार खाओ' की धमकी देते रहे हैं. लेकिन अब शिवसेना यूबीटी ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है. शिवसेना यूबीटी के नेता उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय लोगों को गुलाब का फूल देकर, हाथ जोड़कर मराठी भाषा सीखने के लिए किताब भेंट करते हुए और दोस्ती का संदेश देते हुए नजर आए.