मुंबई में सोमवार को हुई भारी बारिश ने लोगों के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. मुंबई में 13 घंटे में 250 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई है. बीएमसी के अनुसार, नारिमन पॉइंट में सबसे अधिक 252 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद बीएमसी मुख्यालय में 216 मिलीमीटर और कोलाबा पंपिंग स्टेशन में 207 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बारिश के साथ ही 11:24 बजे 4.75 मीटर की ऊंची ज्वार भी आई, जिससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बन गई. फ्लोरा फाउंटेन, ओवल मैदान, मंत्रालय, चर्चगेट स्टेशन और सीएसएमटी जैसे दक्षिण मुंबई के इलाके, जहां आमतौर पर बाढ़ नहीं आती, वहां भी पानी जमा हो गया.
निचले इलाकों में भरा पानी
हिंदमाता, किंग सर्किल, दादर टीटी, परेल टीटी, कलाचौकी और जे जे मार्ग जैसे निचले इलाकों में पानी भरने के कारण बीईएसटी बस सेवाओं में रूट डाइवर्जन और देरी हुई. वहीं, उपनगरों में बारिश की मात्रा दक्षिण मुंबई की तुलना में कम रही.
सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न रेलवे की उपनगरीय सेवाएं भी पानी भरने के कारण प्रभावित रहीं. मस्जिद स्टेशन के पास पानी जमा होने से 10:25 बजे से 11:30 बजे तक सीएसएमटी से वडाला रोड तक की सेवाएं रोक दी गईं. रेलवे अधिकारियों ने कहा कि मस्जिद और सैंडहर्स्ट रोड स्टेशन के बीच ट्रैक के ऊपर पानी 8 इंच तक बढ़ गया था, जिस वजह से हार्बर लाइन पर ट्रेन संचालन रोका गया.
वेस्टर्न रेलवे भी प्रभावित
वेस्टर्न रेलवे की सेवाएं भी प्रभावित हुईं क्योंकि चर्चगेट और मरीन लाइंस के बीच ट्रैक पर पेड़ की शाखाएं गिर गईं और बिजली आपूर्ति बाधित हुई. बारिश के कारण पांच स्थानों पर आंशिक मकान गिरने और 32 पेड़ गिरने की घटनाएं हुईं, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई. महिम में हाजी कासम भवन का एक हिस्सा गिर गया, जिसमें दो निवासियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.