प्रधानमंत्री मोदी को मारने की साजिश पर हुए खुलासे पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था इतनी चाकचौबंद है कि कोई परिंदा भी उनके आसपास पर नहीं मार सकता. उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की सुरक्षा में बहुत कुछ कमियां थीं, लेकिन अब वो जमाना नहीं रहा. अब नरेंद्र मोदी देश के पीएम हैं और उनकी सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही बुलंद और अभेद्य है.
संजय राउत ने कहा कि विरोधी इस तरह की साजिश रचते हैं, लेकिन अभी इस मामले में पूरा खुलासा नहीं हुआ है. महाराष्ट्र के कुछ लोग पकड़े गए हैं जिनके पास से लेटर मिला है. पुणे पुलिस बहुत होशियार है देखना होगा कि न्यायालय के सामने क्या तथ्य आते हैं.
उन्होंने कहा कि चाहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या फिर देश के किसी भी अन्य राज्य के सर्वोच्च नेता, किसी की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए. ना ही इस मामले में किसी भी तरह की राजनीति होनी चाहिए. प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या मुख्यमंत्री किसी की भी सुरक्षा के बारे में उनके बारे में कोई खबर आती है तो सबसे पहले उसपर राजनीति शुरू कर दी जाती है, और उसमें फायदा टोटा देखने लगते हैं जो कि गलत है. आज यही हो रहा है, लेकिन दोनों तरफ से लोगों को संयम बरतना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस मामले में पूरी जांच होनी चाहिए, न्यायालय के सामने क्या तथ्य पेश किए जाते हैं उससे पता चलेगा. उन्होंने कहा कि,'आज हमने सामना में लिखा है प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा इतनी अभेद्य है कि कोई परिंदा भी वहां तक नहीं पहुंच सकता'. संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री के बहुत दुश्मन होते हैं और इसी के चलते इस देश ने दो बड़े नेताओं को खो दिया लेकिन अब हमारी सुरक्षा व्यवस्था बहुत मजबूत है.
'उद्धव ठाकरे और शाह के बीच हुई बातचीत की जानकारी नहीं'
गठबंधन की राजनीति पर संजय राउत का कहना है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच मुलाकात हुई, बहुत साल के बाद यह बातचीत बंद कमरे में हुई है. वहां कोई तीसरा व्यक्ति नहीं था, राज्य के मुख्यमंत्री फडणवीस भी बाहर बैठे थे. दोनों के बीच हुई बातचीत के बारे में कोई तीसरा व्यक्ति नहीं जानता कि क्या बात हुई ना ही दोनों ने अपनी मुलाकात के दौरान हुई बातचीत के बारे में बाहर आकर किसी को बताया. जब तक दोनों एक साथ आकर मीडिया के सामने बात नहीं करते हम लोग केवल अंदाजा लगा सकते हैं कि इस मीटिंग में क्या हुआ होगा.
घटक दलों के साथ बीजेपी के संबंधों पर संजय राउत का कहना है कि केवल शिवसेना यह नहीं बोल रही कि बीजेपी एनडीए के घटक दलों को पूछती नहीं, बल्कि चंद्रबाबू नायडू ने भी यही कहा, केसी त्यागी ने कहा है कि जेडीयू भी यही बात बोल रही है और अकाली दल भी यही बात बोल रही है. यह सिर्फ शिवसेना का सवाल नहीं है एनडीए के सभी घटक दल यही बात एक स्वर में बोल रहे हैं. बस हमारी आवाज थोड़ी बड़ी है. हम हमारे मुद्दे हल करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि अगर अमित शाह मातोश्री आए तो उनका स्वागत है. मातोश्री की परंपराएं है, बाला साहब के जमाने से बड़े नेता मिलने आते रहे हैं. मतभेद हो सकते हैं लेकिन मुद्दों पर बातचीत होती रहती है.