महाराष्ट्र के कोलाबा में साइबर जालसाजों ने 75 वर्षीय सेवानिवृत्त मर्चेंट नेवी कैप्टन से शेयरों में निवेश के नाम पर 11.16 करोड़ रुपये ठग लिए. जिससे सेवानिवृत्त कैप्टन की जीवन भर की बचत चली गई. जानकारी के मुताबिक कोलाबा निवासी 75 वर्षीय जक्शीस कोसा वाडिया नामक पीड़ित को इस साल की शुरुआत में 19 अगस्त को 'मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट क्लब 17' नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था.
समूह ने इस बारे में अपडेट साझा किए कि कैसे उनके निवेश सलाह ने अपने निवेशकों को बड़े मुनाफ़े में पहुंचाया. इससे वाडिया विश्वास में आ गए. वहीं, जब वाडिया को यकीन हो गया कि समूह निवेशकों को बड़ा मुनाफ़ा कमाने में मदद कर रहा है. इस पर समूह ने वाडिया को खाता खोलने के लिए एक लिंक भेजा.
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जिसके बाद मोतीलाल ओसवाल ओटीसी नामक एक ऐप के लिए वाडिया का खाता खोल दिया गया. इसके बाद उनसे अनन्या स्मिथ नामक एक महिला ने संपर्क किया. महिला उन्हें निवेश के लिए मार्गदर्शन देती रही. स्मिथ की सलाह के आधार पर वाडिया ने 11.16 करोड़ रुपये से अधिक ट्रांसफर किए. साथ ही ऐप ने दिखाया कि वह अपने द्वारा किए गए निवेश पर बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं. हालांकि, कुछ समय बाद वाडिया ने कुछ राशि निकालने का विकल्प चुना तो स्मिथ ने उन्हें निकासी के लिए अतिरिक्त 20 प्रतिशत कर का भुगतान करने के लिए कहा.
इस पर वाडिया का संदेह बढ़ गया. इसके बाद वाडिया ने मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट के कार्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने पाया कि जिस ऐप का वो उपयोग कर रहे हैं, वह नकली था. उसका असली मोतीलाल ओसवाल ट्रेडिंग फर्म से कोई संबंध नहीं था.
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इस खुलासे के बाद वाडिया ने दक्षिण साइबर पुलिस स्टेशन से संपर्क. वाडिया की शिकायत पर 2 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मामले में साइब सेल का कहना है कि वाडिया की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच की जा रही है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.