मध्य प्रदेश में चुनाव की सुगबुगाहट होते ही मंत्री और नेताओं ने भाषण बाजी में मर्यादा की सीमाओं को लांघना शुरू कर दिया है. ताजा मामला उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और देवास से कांग्रेसी सांसद सज्जन सिंह वर्मा के बीच हुई जुबानी जंग का है.
मौका था नागपंचमी का और इस मौके पर दोनों सांप और नेवले की तरह नजर आये.
देवास के सांसद सज्जन सिंह वर्मा ने उद्योग मंत्री और उनके दाएं हाथ माने जाने विधायक रमेश मेंदोला को दो नम्बरी तथा डसने वाला नाग कहा. उन्होंने कहा, 'इंदौर में दो नंबर विधानसभा से ही कैलाश विजयवर्गीय और उनके साथी विधायक रमेश मेंदोला रहते भी है और जीतते भी आये है.' सांसद वर्मा का मन इतने से ही नहीं भरा और उन्होंने यह भी कहा, 'इसके लिए कांग्रेस को चाईनीज बनना होगा जो नाग को काट के तल के खा जाते है.'
इस पर उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बौखला उठे और सांसद महोदय को कहा, 'सज्जन सिंह वर्मा ने अगर अपनी मां का दूध पिया है तो दो नंबर में आकर लड़ लें, उन्हें पता चल जायेगा की उनकी औकात कितनी है. मंत्री जी ने यह भी कहा, ' सांसद निधि का 2 फीसदी कमीशन खाने वाले लोग कुछ भी बोलने से पहले अपना चेहरा कांच में देख लें.'
कुल मिलाकर देवास से कांग्रेस के सांसद सज्जन सिंह वर्मा और मध्य प्रदेश के उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बीच ऐसी जुबानी जंग को देख कर इनके वोटर्स हैरान और असमंजस में नजर आ रहे हैं.