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भिंड: सीएम हेल्पलाइन पर बेतुका जवाब देने वाला अधिकारी निलंबित

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री पी आर गोयल को निलंबित कर दिया गया है. वल्लभ भवन भोपाल से गुरुवार को आदेश जारी कर दिया गया है.

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सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतकर्ता को बेतुका जवाब देने का मामला
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतकर्ता को बेतुका जवाब देने का मामला

  • सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतकर्ता को बेतुका जवाब देने का मामला
  • लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को निलंबित किया गया

मध्य प्रदेश के सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतकर्ता को बेतुका जवाब देने के मामले में कार्रवाई हुई है. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) के कार्यपालन यंत्री पी आर गोयल को निलंबित कर दिया गया है. वल्लभ भवन भोपाल से गुरुवार को आदेश जारी कर दिया गया है.

दरअसल, भिंड के लहार इलाके के राहवली बेहड़ गांव के निवासी राहुल दीक्षित ने गांव के एक हैंडपंप के खनन के अधूरे काम की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की थी. इस शिकायत के निराकरण में पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री पी आर गोयल ने जवाब लिखते हुए शिकायतकर्ता को पागल बता दिया.

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उन्होंने उसे परिवार समेत मिर्गी का मरीज बताते हुए उसकी ही छाती में हैंडपंप गाड़ने की बात लिख दी. मीडिया में आई खबरों को संज्ञान में लेते हुए गुरुवार को भिंड के पीएचई कार्यपालन यंत्री पीआरगोयल को निलंबित करने की कार्रवाई की गई है.

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क्या लिखा था जवाब में

जवाब में विभाग की तरफ से लिखा गया कि शिकायतकर्ता पागल है, मिर्गी के दौरे आते हैं. हैंडपंप खराब नहीं है. इसका दिमाग खराब है. पूरा महकमा जानता है. इस पागल ने मेरे हैंडपंप मैकेनिक के कपड़े फाड़ दिए. अब वक्त आ गया है कि चीनी युद्ध किया जाए जो गुरिल्ला नीति है. हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता की छाती में गाड़ा जाएगा.

क्या है पूरा मामला

भिंड के राहवली बेहड़ गांव में 8 महीने पहले पीएचई विभाग द्वारा सरकारी हैंडपंप लगाने के लिए खनन किया गया. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते हैंडपंप का काम अधूरा ही छोड़ दिया गया. 8 महीने बाद भी जब हैंडपंप शुरू नहीं हुआ तो गांव के राहुल दीक्षित नाम के युवक ने 7 जून को हेल्पलाइन में एक शिकायत दर्ज कराई. एक माह बाद 9 जुलाई को पीएचई विभाग द्वारा शिकायत का जवाब भेजा गया.

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