मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना ''प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना'' को राज्य में लांच किया. इस योजना के दायरे में आने वाले लोग राशन कार्ड या आधार कार्ड दिखाकर इलाज करा सकते हैं.
इस योजना के तहत अस्पताल से मरीज की छुट्टी होने के 15 दिन बाद तक का खर्च सरकार उठाएगी. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस योजना से 60 फीसदी शहरी और 80 फीसदी ग्रामीण लोगों को सीधा फायदा मिलेगा.
योजना में भोपाल के 14 अस्पताल शामिल
इस योजना के तहत राजधानी भोपाल के जेपी जिला अस्पताल, हमीदिया अस्पताल और निजी अस्पतालों समेत 14 अस्पतालों को शामिल किया गया है. वहीं योजना के लिए मध्य प्रदेश के 250 अस्पतालों की भी सूची तैयार की गई है.
मरीजों को योजना में 5 लाख तक के इलाज का भुगतान कैशलेस होगा. इमरजेंसी में भर्ती होने पर सिर्फ हितग्राही का नाम और कार्ड नंबर पूछा जाएगा. योजना में 1350 बीमारियों का इलाज शामिल है. हार्ट, दिमाग, गुर्दे, लिवर और कैंसर से संबंधित सभी बीमारियों का इलाज पैकेज में शामिल किया गया है.
योजना के तहत ओपीडी में इलाज का पैसा तभी मिलेगा जब डॉक्टर्स आपको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करेगा. इसमें छुट्टी होने के बाद 15 दिन बाद तक जो भी इलाज और दवा का खर्च होगा वह सरकार की योजना में कवर होगा.
बता दें कि स्वास्थ्य बीमा योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-आयुष्मान भारत का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को झारखंड की राजधानी रांची से किया. इस योजना के जरिए देश के 50 करोड़ को स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा. योजना का शुभारंभ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना का आंकलन भविष्य में मानवता की बहुत बड़ी सेवा के रूप में होना तय है.