कंप्यूटर बाबा के नाम से प्रसिद्ध नामदेव दास त्यागी 11 दिन बाद इंदौर की सेंट्रल जेल से रिहा हो गए. अवैध अतिक्रमण और अन्य मामलों में पिछले 11 दिनों से वो जेल में थे. कंप्यूटर बाबा ने जेल से निकलते ही अपने वकील रविंद्र सिंह छाबड़ा और विभोर खंडेलवाल का धन्यवाद किया. वहीं, प्रशासन से डरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं कुछ नहीं बोलूंगा.
कंप्यूटर बाबा पर 46 एकड़ गोशाला की जमीन पर कब्जा करने का आरोप है. बाबा के गोम्मट गिरी वाले आश्रम पर प्रशासन का बुलडोजर भी चला, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. कंप्यूटर बाबा के आश्रम से हथियार, कई जमीनों के कागजात और कई सारे बैंक अकाउंट नंबर भी बरामद किए गए.
बता दें कि कंप्यूटर बाबा को 2018 में तत्कालीन शिवराज सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. 2018 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस का साथ देने का मन बनाया और पद से इस्तीफा देने के बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार किया.
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद कंप्यूटर बाबा को इसका तोहफा भी मिला और तत्कालीन कमलनाथ सरकार में उन्हें नर्मदा-क्षिप्रा नदी न्यास का अध्यक्ष बनाया गया था. हाल में हुए उपचुनाव में भी कम्प्यूटर बाबा ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया और शिवराज सरकार पर हमला बोला. इसके बाद उनके अवैध कब्जे पर प्रशासन ने कार्रवाई की.