झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राज्य की राजधानी रांची में कानून व्यवस्था की बदतर स्थिति पर चिंता जताई है. उन्होंने हालात का जायजा लेने के लिए डीजीपी को तलब किया. उनका कहना है कि रांची में मुख्यमंत्री आवास के आसपास सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती है तो राज्य के बाकी हिस्सों की स्थिति के बारे में क्या कहा जा सकता है.
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को इस बाबत राज्य के डीजीपी डीके पांडेय, एसएसपी अनीश गुप्ता, रांची के ग्रामीण एसपी, सिटी एसपी, निगरानी, सीआईडी के अधिकारियों को राजभवन तलब किया.
रांची के पॉश इलाकों में गोलियों की तड़तड़ाहट ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. अपराधी सरेआम गोलीबारी करते हैं और निकल जाते है. रांची के कांके रोड के वीवीआईपी इलाके मे चीफ जस्टिस का आवास, मुख्यमंत्री आवास, विधानसभा अध्यक्ष का आवास है. कहने को सुरक्षा चाकचौबंद है. इसके बावजूद अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद भाग निकलते हैं. राज्यपाल सुरक्षा की इसी स्थिति से चिंतित हैं.
कानून व्यवस्था की खराब हालत से नाराज राज्यपाल ने अफसरों से कहा कि मुख्यमंत्री आवास जैसे अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र में गोली चलने और हत्या जैसी घटनाओं से आम लोगों में हमारी विधि-व्यवस्था के संदर्भ में क्या धारणा बनेगी? बलात्कार, हत्या सहित अन्य आपराधिक घटना में वृद्धि होना राज्य की बेहतर विधि-व्यवस्था की दिशा में एक बड़ी चुनौती हो गई है.
पुलिस मुखबिर की हत्या
मुख्यमंत्री रघुवर दास के आवास के सामने घात लगाए अपराधियों ने पुलिस के मुखबिर बुद्धू दास की गोली मारकर हत्या कर दी. बुद्धू दास पूर्व नक्सली रेशमी की बहन रुकमणी देवी का पति था. मृतक की पत्नी सरेंडर के बाद समाहरणालय परिसर में मिली कैंटीन चलाती है. शुक्रवार की रात बाइक सवार तीनों लोग घटना को अंजाम देने के बाद आसानी से भाग निकले. बुद्धू दास के दो भाइयों की कुछ साल पहले नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. उसके बाद से वह पुलिस के लिए काम करने लगा था.
डीजीपी ने दिया सुधार का आश्वासन
बहरहाल डीजीपी डीके पांडेय ने राज्यपाल को विधि व्यवस्था में सुधार का आश्वासन दिया है. डीजीपी ने राज्यपाल को बताया कि हाल ही में बोकारो में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले के 4 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्यमंत्री आवास के सामने हत्या के मामले में भी एक संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है. जल्द ही इन सभी मामलों का खुलासा कर दिया जाएगा.