हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 'बिहारी आर्किटेक्ट' वाले बयान पर बवाल के बाद सफाई दी है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बिल्कुल हमारे भाइयों की तरह हैं और भारी बारिश की वजह से राज्य में इमारतों को जो नुकसान हुआ है, उसमें हमारी संरचनात्मक इंजीनियरिंग की गलती थी.
सीएम सुक्खू ने 'इंडियन एक्सप्रेस' के साथ बातचीत में बारिश के दौरान घर ढहने की घटनाओं के लिए बिहारी आर्किटेक्ट्स को दोषी ठहराया था. उन्होंने कहा, "प्रवासी आर्किटेक्ट, जिन्हें मैं बिहारी आर्किटेक्ट कहता हूं, यहां आते हैं और फर्श पर फर्श बनाते हैं. हमारे पास स्थानीय आर्किेटेक्ट नहीं हैं.
एएनआई से बात करते हुए सीएम ने इस बयान पर सफाई देते हुए कहा, "मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा. बिहार के लोग भी यहां फंसे हुए थे. मैंने उन्हें हेलीकॉप्टर से निकलवाया. बिहार के करीब 200 लोग अभी भी यहां फंसे हुए हैं. वे हमारे भाइयों की तरह हैं. यह हमारी स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की गलती है. वे सिर्फ मजदूर हैं.''
हिमाचल में भारी बारिश से 71 की मौत
बारिश से प्रभावित हिमाचल प्रदेश में बुधवार तक मरने वालों की संख्या 71 हो गई है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधान सचिव (राजस्व) ओंकार चंद शर्मा ने कहा, बीते तीन दिनों में कम से कम 71 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग अभी भी लापता हैं. जबकि रविवार की रात से 57 शव बरामद किए जा चुके हैं.
कई जगहों पर हुआ भू-स्खलन
पहाड़ी राज्य में रविवार से भारी बारिश हो रही है, जिससे शिमला समेत कई जिलों में भूस्खलन हुआ है, जहां तीन इलाके- समर हिल, फागली और कृष्णा नगर भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हैं. स्टेट इमरजेंसी सेवा केंद्र के अनुसार, 24 जून को मॉनसून की शुरुआत के बाद से राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 214 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 अभी भी लापता हैं.
शिव मंदिर के मलबे में कई लोग दबे
शिमला के डिप्टी कमिश्नर आदित्य नेगी ने एजेंसी को बताया, "समर हिल और कृष्णा नगर इलाकों में बचाव अभियान जारी है. समर हिल साइट से एक शव बरामद किया गया है." उन्होंने कहा कि अब तक समर हिल से 13, फागली से पांच और कृष्णा नगर से दो शव बरामद किए गए हैं. समर हिल में सोमवार को ढहे शिव मंदिर के मलबे में अभी भी कुछ शवों के दबे होने की आशंका है.