हरियाणा के पंचकूला में इस बार दशहरा उत्सव का जश्न अपने आप में खास रहने वाला है. इस बार देश के सबसे ऊंचे माने जाने वाले रावण की स्थापना की गई, जिसकी लंबाई 180 फीट है. इसके निर्माण में लगभग 50 लाख रुपये खर्च किए गए. रावण के साथ-साथ मेघनाथ और कुंभकरण भी 100 फीट ऊंचे बनाए गए हैं. ये सभी 2,000 इको-फ्रेंडली पटाखों से लैस हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी कल रिमोट कंट्रोल के माध्यम से इस विशाल रावण के पुतले का दहन करेंगे. पंचकूला के दशहरा उत्सव में यह आयोजन हर साल की तुलना में इस बार और भी भव्य होने वाला है. आयोजन समिति ने विशेष ध्यान रखा है कि पटाखे और अन्य सजावट पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल हों, ताकि उत्सव का आनंद लेने वाले सभी लोग सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण का अनुभव कर सकें.
माता मनसा देवी ट्रस्ट के प्रबंधक और चेयरमैन, विष्णु गोयल ने बताया कि रावण और उसके साथी पात्रों की तैयारी में कुल चार महीने का समय लगा. उन्होंने कहा कि इस बार की तैयारी में न सिर्फ भव्यता पर ध्यान दिया गया है, बल्कि पर्यावरण और सुरक्षा को भी पूरी तरह से प्राथमिकता दी गई है. उन्होंने यह भी बताया कि सभी पटाखे और सजावटी सामग्री इको-फ्रेंडली हैं, जिससे ध्वनि और वायु प्रदूषण पर भी नियंत्रण रखा गया है.
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रावण के निर्माण की कला और ऊंचाई खास है. यह रावण का पुतला न आकर्षित कर रहा है, दशहरा उत्सव और भी यादगार बनने वाला है. दशहरा के इस आयोजन में स्थानीय लोग और आसपास के जिले के लोग बड़ी संख्या में हिस्सा लेने के लिए आएंगे. इस उत्सव में रावण दहन के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आयोजन किया जाएगा. उत्सव स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है और दर्शकों की सुविधा और सुरक्षा के लिए हर इंतजाम किया गया है.