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हरियाणा में किसी पार्टी को नहीं मिलेगा बहुमत, सट्टा बाजार का दावा

हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलने के आसार नहीं हैं. यह मानना है वहां के सट्टा बाजार का.

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15 अक्टूबर को हरियाणा में होगी वोटिंग, 19 को मतगणना
15 अक्टूबर को हरियाणा में होगी वोटिंग, 19 को मतगणना

हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलने के आसार नहीं हैं. यह मानना है वहां के सट्टा बाजार का. सट्टा बाजार के सूत्रों से अंग्रेजी अखबार 'इकोनॉमिक टाइम्स' को मिली खबर के अनुसार बीजेपी को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे.

सट्टा बाजार के अनुसार हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के एक बयान से वोटरों के मिजाज पर फर्क पड़ा है. चौटाला ने कहा था कि वह जेल में रहकर भी मुख्यमंत्री का दायित्व निभाएंगे. इस बयान के बाद गैर जाट वोटर, खासकर पढ़े-लिखे लोग, उनकी पार्टी के खिलाफ हो गए हैं.

सटोरियों का कहना है कि कोई भी अकेली पार्टी वहां बहुमत हासिल करती नहीं दिखती है. हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा के ही आसार हैं. उनके अनुसार बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी होगी और उसके पास 28 से 32 सीटें होंगी. हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस के पास 25 के करीब सीटें होंगी. चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोक दल बड़ी मुश्किल से 25 सीटें ला पाएगी.

सटोरियों का कहना है कि हाल के महीनों में कांग्रेस ने अपनी स्थिति सुधारी है. नरेंद्र मोदी की रैलियों से कांग्रेस की संभावनाओं पर फर्क पड़ा है लेकिन वह 5 से 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं है.

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सटोरियों ने कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई की जीत का भी दावा किया है. लेकिन यह भी कहा है कि उनकी पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस को छह से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी.

दावा किया जा रहा है कि उचाना सीट पर सबसे दिलचस्प मुकाबला होगा जहां चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला खड़े हैं. उनके खिलाफ चौधरी बीरेन्दर सिंह की पत्नी प्रेमलता खड़ी हैं. प्रेमलता में काफी क्षमता है. हाल ही में बीरेन्दर सिंह ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा है.

कुल मिलाकर सट्टा बाजार के अनुसार राज्य में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत तो नहीं मिलेगा, लेकिन मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा.

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