दिल्ली से सटे गुरुग्राम में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 5 करोड़ रुपये की संपत्ति घोटाले का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मिलकर फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर अदालत से जमीन का मुआवज़ा हड़पने की साजिश रची थी.
पुलिस के अनुसार, 29 जनवरी को जिला अदालत से शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति ने जालसाज़ी कर जमीन का मालिकाना हक हासिल कर लिया और अदालत में मुआवज़े का दावा ठोक दिया. शिकायत पर शिवाजी नगर थाने में मामला दर्ज किया गया और SIT का गठन किया गया.
जाली कागजात से बना फर्जी जमीन मालिक
जांच के दौरान SIT ने दिल्ली निवासी तुषार उर्फ काकू (21), कृष्ण कुमार (50), दिनेश कश्यप उर्फ राठौर (38) और छत्तीसगढ़ निवासी पंकज कुमार केला उर्फ धर्म (47) तथा सुशील कुमार डारड़ा उर्फ बल सिंह (48) को गिरफ्तार किया है.
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने मिलकर योजना बनाई थी. कृष्ण ने खुद को फर्जी नाम ‘ब्रह्म प्रकाश’ के रूप में पेश किया. तुषार और दिनेश ने उसके लिए नकली कागज़ात बनाए और इन्हीं दस्तावेज़ों के सहारे नागपुर (महाराष्ट्र) में बैंक खाता खोला गया. इसके बाद वकील की मदद से गुरुग्राम की अदालत में मुआवज़े का दावा किया गया.
करीब 5 करोड़ की राशि बैंक खाते में ट्रांसफर
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों ने अदालत से 4,97,29,534 रुपये और ब्याज की रकम 15.19 लाख डिमांड ड्राफ्ट के जरिए हासिल कर ली, जो नागपुर स्थित बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी गई.
कार, कैश और दस्तावेज़ बरामद, जांच जारी
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक कार, 69.65 लाख नकद, तीन मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड और चुनाव आयोग के दो दस्तावेज़ बरामद किए हैं. गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच जारी है और इस साजिश में शामिल अन्य लोगों, खासकर वकील की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. अधिकारियों का दावा है कि इस तरह के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए SIT की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.