scorecardresearch
 

पशुपालक बनकर 17 दिन तक घूमें, फिर दबोचे शातिर! सूरत पुलिस ने 25 लाख की चोरी का किया पर्दाफाश

सूरत के वराछा में आंगड़िया पीढ़ी से 25 लाख की चोरी के मामले में पुलिस ने राजस्थान से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 17 दिन तक पशुपालकों का भेष धारण कर तलाश की और 15.56 लाख का सामान बरामद किया. गिरफ्तार आरोपी बलवंत राजपूत और भवानी सिंह राजस्थान में भी वांछित थे. अब तक कुल 7 आरोपी पकड़े जा चुके हैं.

Advertisement
X
पशुपालकों के भेष में पुलिस.
पशुपालकों के भेष में पुलिस.

सूरत के वराछा पुलिस ने पशुपालक बनकर राजस्थान से चोरी के दो आरोपी को गिरफ्तार किया है. दरअसल, शहर में 17 जून 2025 को वराछा थाना क्षेत्र के एक आंगड़िया पीढ़ी के कर्मचारी से 25 लाख रुपए की चोरी की वारदात सामने आई थी. इस मामले में कुल 9 लोगों के शामिल होने की बात सामने आई, जिनमें से पहले ही पांच आरोपी गिरफ्तार हो चुके थे. चोरी की यह घटना सुनियोजित थी, जिसमें आंगड़िया कर्मचारी को चिन्हित कर उस पर नजर रखी गई और फिर मौका देखकर बड़ी रकम चुरा ली गई.

राजस्थान में छिपे थे आरोपी, पुलिस बनी पशुपालक

मामले की जांच जब आगे बढ़ी तो टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस को जानकारी मिली कि दो आरोपी राजस्थान के जालौर और जोधपुर जिलों में छिपे हुए हैं. लेकिन उन्हें पकड़ना आसान नहीं था. क्योंकि ये लोग लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे और पहचान छुपा रहे थे. ऐसे में सूरत की वराछा थाना पुलिस ने रणनीति बदलते हुए खाकी वर्दी छोड़, स्थानीय पशुपालकों का भेष धारण कर लिया.

यह भी पढ़ें: सूरत: जलभराव में डूब गईं करोड़ों की साड़ियां, किलो के भाव बेचने को मजबूर दुकानदार

पुलिसकर्मियों ने वहां के मालधारी समाज के लोगों जैसा पहनावा अपनाया, जिसमें सफेद धोती-कुर्ता, सिर पर पगड़ी और गले में अंगोछा डाल लिया. उन्होंने स्थानीय भाषा और बोलचाल को भी सीखा ताकि किसी को शक न हो. इसके बाद पुलिस की टीम 17 दिनों तक राजस्थान के अलग-अलग गांवों में डेरा डाले रही और तलाश जारी रखी.

Advertisement
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.

दो आरोपी गिरफ्तार, 15 लाख से ज्यादा का सामान बरामद

लगातार 17 दिनों की मेहनत के बाद पुलिस को सफलता मिली और उन्होंने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. बलवंत उर्फ बल्लू राजपूत को जालौर जिले से पकड़ा गया और भवानी सिंह को जोधपुर से दबोचा गया. इनके पास से 15 लाख 56 हजार रुपए का चोरी किए गए सामान बरामद किया गया, जिसमें सोने के कंगन, हीरे की पुड़िया और नकद रुपए शामिल हैं. पुलिस ने यह भी बताया कि ये दोनों आरोपी राजस्थान में भी आपराधिक मामलों में वांछित थे.

DCP ने दी जानकारी

डीसीपी आलोक कुमार ने बताया कि इस ऑपरेशन के लिए एक विशेष टीम बनाई गई थी, जो लगातार टेक्निकल और ग्राउंड लेवल पर काम कर रही थी. उन्होंने कहा कि हमारे पुलिसकर्मियों ने स्थानीय समाज के लोगों की तरह भेष बनाकर जिस तरह से यह गिरफ्तारी की है, वह पुलिसिंग का एक बेहतरीन उदाहरण है.

अब भी दो आरोपी फरार

इस केस में अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन 2 अन्य अभी भी फरार हैं. पुलिस की टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं. पूरा मामला बेहद सुनियोजित साजिश का हिस्सा था जिसमें आरोपियों ने आंगड़िया पीढ़ी के पैसे को निशाना बनाया था.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement