मॉनसून अंतिम दौर पर है. सितंबर में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी होती है, लेकिन इस बार उत्तर भारत में लगाातर मूसलाधार बारिश का प्रहार जारी है. दिल्ली, जम्मू- कश्मीर, हिमाचल, पंजाब समेत देश के कई राज्य भारी बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से बहुत ऊपर बह रही है.
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात बन गए हैं. दिल्ली के यमुना पार इलाके के कुछ हिस्सों में पानी घरों में घुस गया है. नोएडा में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हालात को देखते हुए दिल्ली के पुराने लोहे के पुल को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
खतरे के निशान के कितना ऊपर बह रही है यमुना नदी?
दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से 1.45 मीटर ऊपर बह रही है. दिल्ली में यमुना नदी का खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है, जबकि बुधवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 206.78 मीटर को पार कर गया है. यमुना नदी के किनारे का इलाका यमुना बाजार, मोनेस्ट्री मार्केट दोनों जगहों पर पानी भर गया है.
पानी में डूबे ये इलाके
यमुना का बढ़ता जलस्तर कई कॉलोनियों में तबाही मचा रहा है. ट्रांस-यमुना क्षेत्र, खासकर मयूर विहार फेज-1, यमुना बाजार और नजफगढ़ क्षेत्र के झरोड़ा कलां गांव में पानी घुस गया है.यमुना बाजार इलाके में गलियों में पानी भरा है तो वहीं, मॉनेस्ट्री मार्केट पानी के सैलाब में डूब गई है. दुकानें बंद हैं और सड़कों पर पानी का तेज बहाव दिखाई दे रहा है. स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, जबकि कुछ लोग अभी भी अपने घरों की छतों पर फंसे हुए हैं.

अपना घर छोड़कर राहत कैंपों में शिफ्ट हो रहे लोग
भारी बारिश के बीच हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना बाजार के कई घर पानी में डूब गए हैं. हथिनीकुंड व वजीराबाद बैराज से छोड़े गए पानी ने दिल्ली के निचले इलाकों में तबाही मचा दी है.

झरोड़ा कलां, मयूर विहार और यमुना बाजार जैसे निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया है. लोग अपने घरों को छोड़कर राहत कैंपों में शिफ्ट हो रहे हैं. जहां लोगों को खाना, पानी और बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं. जबकि कुछ लोग पानी में फंसे हैं.
निगमबोध घाट में घुसा यमुना का पानी
निगमबोध घाट पानी में डूब चुका है. यमुना का उफनता पानी घाट की सीढ़ियों को पार कर ऊपर तक चढ़ गया है.
पुराना लोहा पुल बंद
दिल्ली में जब बाढ़ की बात आती है तो सबकी जुबान पर दिल्ली का पुराना लोहा पुल होता है. यमुना का पानी पुल के बेहद करीब पहुंच गया है. नदी का तेज बहाव और बढ़ते जलस्तर को देखकर प्रशासन ने इस रास्ते पर आवाजाही को बंद कर दिया है.
NDRF की टीमें तैनात
प्रशासन द्वारा बचाव अभियान चलाए जा रहे हैं और आवश्यक सामान निकालने के लिए नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है. NDRF की 4 टीमें राहत-बचाव के लिए तैनात हैं. प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है. जरूरत पड़ने पर और शिविर एवं कैंप बनाए जाएंगे.