IMD Cold weather Updates: दिसंबर के महीने में हर साल दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड पड़ती है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सर्दी वैसे भी काफी प्रसिद्ध है. हालांकि, इस साल आधा दिसंबर बीतने को है लेकिन अभी तक कड़ाके की ठंड का एहसास नहीं हो रहा है. पिछले 2 दिनों से दिन का तापमान सामान्य से लगभग 4 से 5 डिग्री ऊपर चल रहा है. लोगों के मन में सवाल है कि दिसबंर के महीने में दिन का तापमान सामान्य से अधिक क्यों है और सर्दी क्यों नहीं पड़ रही है? इस बीच मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, मौजूदा परिस्थितियां कल यानी 13 दिसंबर तक रहेंगी. इसके बाद तापमान में गिरावट दर्ज होने का अनुमान है.
हवाओं की रफ्तार सुस्त पड़ने से तापमान में बढ़ोतरी
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से हिमालय और उसके ऊपरी हिस्सों में एक सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ काम कर रहा था. मौसम विभाग के जानकार बताते हैं कि एक्टिव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से ही मौजूदा तापमान में बढ़ोतरी हुई है. प्राइवेट मौसम एजेंसी स्काईमेट के वाइस प्रेसिडेंट महेश पालावत ने जानकारी दी कि जिस समय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पहाड़ों पर एक्टिव होता है उस समय मैदानी इलाकों में हवाओं की रफ्तार कम हो जाती है. जब हवाओं की रफ्तार कम होती है तो इससे तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होती है. ऐसा ही मौसम पिछले दो-तीन दिनों से दिल्ली और आसपास के इलाकों में महसूस किया जा रहा है.
सामान्य के आस-पास दिल्ली का न्यूनतम तापमान
हालांकि, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ है जबकि न्यूनतम तापमान में इतनी बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई है. बीते कई दिन से दिल्ली का न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास यानी 8 डिग्री के करीब बना हुआ है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के सीनियर साइंटिस्ट आरके जीणामणि के मुताबिक, मौसम में आमतौर पर इतना उतार-चढ़ाव देखने के लिए मिलता है. नवंबर के महीने से ही न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम बना हुआ है, इसलिए लोगों को लग रहा है कि दिसंबर के महीने में सर्दी ज्यादा नहीं पड़ रही है. हालांकि, न्यूनतम तापमान सामान्य के आस-पास ही है.
ठंड के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार!
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, ऐसा भी नहीं है कि सर्दियां दिल्ली से काफी दूर हैं. IMD का अनुमान है कि 13 दिसंबर यानी मंगलवार से एक बार फिर से हवा की रफ्तार तेज होगी क्योंकि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर अब हिमालय के इलाकों में लगभग खत्म हो चुका है. इसलिए जो बर्फबारी हिमालय के इलाकों में हुई है, खासतौर पर कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में उसका असर दिल्ली की सर्दी पर भी दिखाई देगा. दरअसल, हवाओं की रफ्तार तेज होने के साथ ही हवा की दिशा भी उत्तर पश्चिम की ओर से आएगी. जो अपने साथ बर्फ वाली ठंड भी दिल्ली की ओर लाने वाली है.