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दिल्ली ब्लास्ट का सबसे नजदीकी Video आया सामने, महज 10 सेकंड में बदल गया पूरा मंजर

सामने आए इस सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि जिस i20 कार में धमाका हुआ था, वह उस समय घने ट्रैफिक के बीच चल रही थी. सूत्रों के मुताबिक, यह अब तक का सबसे क्लोज-एंगल CCTV फुटेज है, जो धमाके के वास्तविक इम्पैक्ट को दिखाता है.

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वीडियो में देखा जा सकता है कि धमाके के बाद लोग घबराकर गाड़ियों से बाहर निकलकर भागने लगते हैं. (Photo- Screengrab/ITG)
वीडियो में देखा जा सकता है कि धमाके के बाद लोग घबराकर गाड़ियों से बाहर निकलकर भागने लगते हैं. (Photo- Screengrab/ITG)

लाल किला धमाके का एक नया CCTV फुटेज सामने आया है, जिसने पूरे मामले की भयावहता को और स्पष्ट कर दिया है. इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि जिस i20 कार में धमाका हुआ था, वह उस समय घने ट्रैफिक के बीच चल रही थी. अचानक जोरदार धमाका होता है, भारी आग की लपटें उठती हैं और आसपास की गाड़ियों के परखच्चे उड़ जाते हैं.

वीडियो में देखा जा सकता है कि धमाके के कुछ ही सेकंड बाद लोग घबराकर गाड़ियों से बाहर निकलकर भागने लगते हैं. कई वाहनों के एयरबैग खुलते हैं, वहीं कुछ बाइक सवार संतुलन खोकर गिर पड़ते हैं. धमाके के तुरंत बाद आसमान में आग की लपटें और धुआं फैलता दिखाई देता है. हर तरफ चीख-पुकार मच जाती है.

सूत्रों के मुताबिक, यह अब तक का सबसे क्लोज-एंगल CCTV फुटेज है, जो धमाके के वास्तविक इम्पैक्ट को दिखाता है. जांच एजेंसियां अब इस फुटेज की फॉरेंसिक एन्हांसमेंट करवा रही हैं, ताकि धमाके की सटीक जानकारी जुटाई जा सके.

यहां देखें धमाके का सबसे नजदीकी वीडियो-

केंद्र सरकार ने ब्लास्ट को आतंकी हमला बताया

इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जांच एजेंसियों के साथ हाई-लेवल मीटिंग की थी और निर्देश दिए थे कि जांच पूरी पेशेवर तरीके से और तेज़ी से की जाए. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सरकार ने इस धमाके को जघन्य आतंकी हमला (heinous terror incident) करार दिया.

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कैबिनेट ने कहा कि देश में आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी. बैठक में दो मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई.

धमाके में चली गई 12 लोगों की जान

धमाका सोमवार 10 नवंबर की शाम को हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत और कई घायल हुए. इस धमाके से पहले ही एक बड़ी कार्रवाई में फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई, जिससे एक व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क के सक्रिय होने की पुष्टि हुई. जांच एजेंसियों ने अब तक इस मामले में कई डॉक्टरों को पकड़ा है, जिनके तार इस हमले से सीधे जुड़ रहे हैं.

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