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प्रोफेसर ने VC को किया फोन, बोला- मैं उपराज्यपाल बोल रहा हूं, इसकी नौकरी लगा दो और फिर…

दिल्ली में इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना बनकर वाइस चांसलर को फोन कर दिया. इसके बाद हड़कंप मच गया. अब इस मामले में दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच करने में जुट गई है. यूनिवर्सिटी ने भी आतंरिक जांच में कॉलेज के कुछ कर्मचारियों की भूमिका पाई है.

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उपराज्यपाल के नाम पर फर्जी फोन
उपराज्यपाल के नाम पर फर्जी फोन

दिल्ली के गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (GGSIPU) में उपराज्यपाल वीके सक्सेना के नाम पर फर्जी कॉल किए जाने का मामला सामने आया है. यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने खुद को दिल्ली का उपराज्यपाल वीके सक्सेना बताते हुए वाइस चांसलर को फोन कर दिया.

अब इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. यूनिवर्सिटी की आंतरिक जांच में भी पाया गया कि यूनिवर्सिटी के कुछ स्टाफ भी इस मामले में शामिल थे.

अंग्रेजी विभाग में नियुक्ति के लिए किया गया था फोन 

बता दें कि यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. महेश वर्मा को 30 सितंबर को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया. उस व्यक्ति ने खुद को उपराज्यपाल बताया. फोन पर वीसी से विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में एक विशेष उम्मीदवार की नियुक्ति के लिए कहा गया था.

इस मामले में कॉल की सत्यता का पता लगाने के लिए कुलपति ने एलजी के सचिवालय से संपर्क किया. वहां से पता चला कि ऐसी कोई भी कॉल नहीं की गई है और मामले में तुरंत पुलिस में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया. इसके बाद 02 अक्टूबर को द्वारका पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 419 के तहत मामला दर्ज किया गया था.

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अर्थशास्त्र के प्रोफेसर का नाम आया सामने 

जांच के दौरान यह पता चला कि यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग में सहायक प्रोफेसर रोहित सिंह ने राज्यपाल बनकर वीसी को फोन किया था. वह विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में अपनी बहन मानवी सिंह की नियुक्ति करवाना चाहते थे.

कुलपति के लैंडलाइन नंबर के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से पता चला कि कॉल यूनाइटेड किंगडम (यूके) के नंबर से की गई थी. जांच में यह भी सामने आया कि वह यूके का नंबर मानवी सिंह और उसके पिता राजपाल सिंह के मोबाइल नंबरों के साथ इंटरेक्शन में भी था. 

यूनिवर्सिटी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस 

इसके बाद मानवी और राजपाल सिंह से पूछताछ की गई. उनके द्वारा यह स्वीकार किया गया कि यूके नंबर से उनके भाई ने फोन किया था. अब रोहित सिंह के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी कर जांच की जा रही है.

जांच में यह भी पाया गया है कि रोहित सिंह ने पूर्व अनुमति के बिना ब्रिटेन की यात्रा की है. उन्हें यूनिवर्सिटी की ओर से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है.

वहीं, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने फर्जी कॉल के इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने सभी संबंधित लोगों को आगाह किया है और कहा है कि सचिवालय से इस तरह की कोई कॉल/संदेश प्राप्त होने की स्थिति में सख्ती से जांच करें.

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