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कल कोर्ट में पेश होंगे DSSSB चेयरमैन, परीक्षा में पूछे गए थे जातिसूचक सवाल

दिल्ली सबऑर्डिनेट सर्विसेज सेलेक्शन बोर्ड( DSSSB) के चेयरमैन संतोष डी वैद्य बुधवार को सुबह 10 बजे कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश होंगे. आरोप है कि DSSSB ने परीक्षा में अनुसूचित जाति की महिलाओं के बारे में दो बार अपमानजनक सवाल पूछे थे.

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DSSSB के चेयरमैन की होगी कोर्ट में पेशी (फाइल फोटो)
DSSSB के चेयरमैन की होगी कोर्ट में पेशी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • DSSSB के चेयरमैन की कल कोर्ट में पेशी
  • परीक्षा में पूछे गए थे जातिसूचक प्रश्न
  • चेयरमैन के खिलाफ FIR की मांग की गई है

दिल्ली सबऑर्डिनेट सर्विसेज सेलेक्शन बोर्ड( DSSSB) के चेयरमैन संतोष डी वैद्य बुधवार को सुबह 10 बजे कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश होंगे. आरोप है कि DSSSB ने परीक्षा में अनुसूचित जाति की महिलाओं के बारे में दो बार अपमानजनक सवाल पूछे थे. एक वकील की शिकायत पर कोर्ट ने चेयरमैन को पेश होने के आदेश दिए हैं.

वकील सत्य प्रकाश गौतम ने चेयरमैन के खिलाफ FIR की मांग की है, कल इसी मामले में कोर्ट में सुनवाई है. कड़कड़डूमा कोर्ट के जज रविंद्र बेदी ने पिछली सुनवाई में DSSSB के चेयरमैन को 28 अक्टूबर को निजी तौर पर कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था और DCP को उनकी उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा था. 

साल 2018 और 2019 में प्राइमरी टीचरों की भर्ती के लिए डीएसएसएसबी के द्वारा एग्जाम कराए गए थे. इस दौरान अनुसूचित जाति और जनजाति से जुड़े कुछ ऐसे सवाल प्रश्न पत्र में थे जो अपमानजनक थे. इसी को लेकर डीएसएसएसबी के चेयरमैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर कोर्ट में एक याचिका लगाई गई थी.

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इसी महीने हुई पिछली सुनवाई में डीएसएसएसबी के चेयरमैन कोर्ट के आदेश के बावजूद अदालत में पेश नहीं हुए थे, बल्कि उनकी तरफ से उनका वकील पेश हुआ था, जिस पर कोर्ट ने फटकार लगाते हुए उन्हें कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए थे. कोर्ट ने कहा कि अगर अगली तारीख 28 अक्टूबर को वो कोर्ट में पेश नहीं हुए तो कोर्ट डीएसएसएसबी के चेयरमैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी कर देगा. 

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पिछली सुनवाई पर डीएसएसएसबी के चेयरमैन के तरफ से पेश हुए वकील ने यह दलील दी थी कि प्रश्न पत्र में दिए गए सवाल को फिलहाल चेयरमैन के तौर पर काम कर रहे संतोष जी वैद्य के द्वारा नहीं लिखा गया, बल्कि ये पिछले चेयरमैन की अध्यक्षता में प्रश्न पत्र तैयार किए गए थे.

 

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