दिल्ली पुलिस ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों से 1,300 किलोग्राम से अधिक अवैध पटाखे जब्त किए और इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया. उनकी पहचान मनोज कुमार, संजय अत्री और विपिन कुमार के रूप में हुई. अधिकारियों ने बताया कि मनोज कुमार कोविड के बाद से प्रतिबंधित पटाखे बेचने में शामिल था और अत्री उसे पटाखों की आपूर्ति करता था.
पुलिस उपायुक्त (अपराध) सतीश कुमार ने कहा, 'दो गोदामों से कुल 1,323 किलोग्राम प्रतिबंधित पटाखे जब्त किए गए. दोनों गोदामों के मालिक और पटाखों की आपूर्ति करने वाले ड्राइवर को पकड़ लिया गया.' उन्होंने बताया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को बाहरी दिल्ली के बापरोला गांव में छापेमारी की और अवैध पटाखे जब्त किए.
पुलिस के मुताबिक सबसे पहले मनोज कुमार और ड्राइवर संजय अत्री को पकड़ा गया. दोनों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे प्रेम नगर और किराड़ी इलाके में पटाखे सप्लाई करते थे. डीसीपी ने कहा, 'दोनों ने एक अन्य गोदाम के बारे में खुलासा किया जहां से विपिन को गिरफ्तार किया गया था. हमने मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है.'
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शुक्रवार को भी बापरोला गांव के एक गोदाम में औचक छापेमारी की थी और बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित पटाखे जब्त किए गए थे. इस संबंध में दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने पटाखों से भरे कई बक्से बरामद किए, जिनका वजन 850 किलोग्राम से अधिक था. अवैध पटाखे रखने और बेचने के लिए किराये पर गोदाम लेने वाले व्यक्ति और आपूर्तिकर्ता से पूछताछ की गई.
पुलिस ने एक बयान में कहा, 'दोनों व्यक्तियों को आवश्यक लाइसेंस के बिना काम करते हुए पाया गया. सप्लायर ने हमें बताया कि वह रोहतक से पटाखे लाता था. विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 288 (विस्फोटक पदार्थ के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) और 9बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. पिछले महीने पटाखों की तस्करी के आरोप में एक 21 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली के निहाल विहार से 65 किलोग्राम पटाखे जब्त किए थे. नवंबर 2023 में, शहर में 500 किलोग्राम पटाखों की जब्ती के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था.