राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच, दिल्ली यातायात पुलिस ने पिछले 4 दिनों में बिना प्रदूषण नियंत्रण (PUC) सर्टिफिकेट के वाहन चलाने वाले वाहन मालिकों के खिलाफ 4,700 से ज्यादा चालान काटे हैं. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. केंद्र की प्रदूषण नियंत्रण योजना का चरण IV जिसे GRAP-4 कहा जाता है, रविवार को दिल्ली में लागू हो गया है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि दिल्ली में AQI 'गंभीर प्लस' श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है. योजना के अंतिम चरण IV के तहत सभी प्रकार के कंस्ट्रक्शन और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के शहर में प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है.
बता दें कि दिल्ली में पुराने डीजल या पेट्रोल वाहनों और गैर-जरूरी सामग्री ले जाने वाले ट्रकों को चलाने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत 20,000 रुपये का चालान लगता है. पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के गाड़ी चलाने वाले वाहन मालिकों को कुल 4,785 चालान जारी किए गए. वहीं 4,482 वाहनों के मालिकों को अनुचित पार्किंग के लिए एक्शन लिया है. इनमें से 4,207 लोगों को नोटिस जारी किए गए तो 1,496 वाहनों को हटा दिया गया.
पिछले 4 दिनों में काटे गए हजारों चालान
बताते चलें कि पिछले चार दिनों में बीएस-III पेट्रोल वाहनों के 814 और बीएस-IV डीजल वाहनों के 3,656 चालान जारी किए गए. ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाले कुल 495 गाड़ी चालकों को चालान जारी किए गए हैं. जबकि 3,038 चालान नो-एंट्री उल्लंघन के लिए जारी किए गए हैं. इसके अलावा 12 चालान बिना ढके कंस्ट्रक्शन करने वालों के खिलाफ जारी किए गए.
आंकड़ों में कहा गया है कि वैध पीयूसी प्रमाणपत्र के बिना वाहन चलाने वाले वाहन मालिकों पर सोमवार को 1,163 चालान जारी किए गए, जबकि तीन पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों पर भी जुर्माना लगाया गया. पुलिस ने कहा कि बाधा उत्पन्न करने वालों या अनुचित पार्किंग के लिए कुल 973 चालान जारी किए गए.
दिल्ली में प्रदूषण का कहर जारी
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर जारी है. ऐसे में दिल्ली सरकार ने इस पर काबू पाने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. 13 अक्टूबर से राजधानी में ऑड ईवन लागू किया गया है. उधर, पुलिस ने भी सख्ती बढ़ा दी है. समाचार एजेंसी के मुताबिक, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की 20 प्रमुख बॉर्डर हैं, जिनमें राजोकरी, कापसहेड़ा, बदरपुर, कालिंदी कुंज, टिकरी, औचंदी, भोपुरा, अप्सरा, चिल्ला, सिंघू शामिल हैं. सभी बॉर्डर पर पुलिसबलों की तैनाती की गई है.
अधिकारी ने बताया कि हम GRAP IV के तहत निर्देशों को लागू कर रहे हैं और गैर-निर्धारित वाहनों को वापस भेजा जा रहा है. हालांकि, आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को अनुमति दी जा रही है. उन्होंने बताया कि शहर में 13 स्थान ऐसे हैं, जहां अत्यधिक प्रदूषण है, इसलिए हमने अपने कर्मचारियों को वहां तैनात किया है.
अतिक्रमण और अनधिकृत पार्किंग के खिलाफ दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के साथ संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है. हमने अपने कर्मचारियों को व्यस्ततम समय के दौरान भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में तैनात किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यातायात की आवाजाही प्रभावित न हो.