दिल्ली में गैर BS-VI वाहनों के प्रवेश पर रोक और No PUC No Fuel नियम लागू होने के बाद राजधानी के प्रमुख बाजारों में खरीदारी पर साफ असर दिख रहा है. व्यापारियों का कहना है कि NCR से आने वाले खरीदारों की संख्या कम हो गई है, जिससे बाजारों में भीड़ और बिक्री दोनों घट गई हैं. प्रदूषण नियंत्रण के लिए लागू किए गए इन सख्त नियमों का असर त्योहारों के सीजन में ज्यादा महसूस किया जा रहा है.
दिल्ली के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक सदर बाजार में बिक्री करीब 30 से 35 प्रतिशत तक गिर गई है. सदर बाजार एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा के मुताबिक NCR से आने वाले रिटेलर अब कम आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि क्रिसमस और नए साल के लिए माल पहले से स्टॉक में है, लेकिन खरीदारों की संख्या पिछले साल की तुलना में काफी कम है और फुटफॉल करीब 35 प्रतिशत घट गया है.
NCR से आने वाले खरीदारों की संख्या में कमी आई
ऐसी ही स्थिति दक्षिण दिल्ली के मशहूर सरोजिनी नगर मार्केट की भी है. मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा के अनुसार बीते एक हफ्ते में भीड़ करीब 40 प्रतिशत कम हुई है. उन्होंने कहा कि सर्दियों के कपड़े जो पहले कुछ ही दिनों में बिक जाते थे, अब दुकानों में पड़े रह गए हैं क्योंकि NCR से ग्राहक नहीं आ रहे हैं.
लाजपत नगर मार्केट के व्यापारियों ने भी मंदी की बात कही है. मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने बताया कि बीते कुछ दिनों में फुटफॉल में साफ कमी आई है और इसका सीधा असर रोजाना की बिक्री पर पड़ रहा है, खासकर कपड़ों के कारोबार पर.
दिल्ली में BS-VI वाहनों के प्रवेश पर लगी रोक
यह सख्ती तब बढ़ाई गई है जब दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता लगातार खराब बनी हुई है. गुरुवार से दिल्ली के बाहर से आने वाले निजी गैर BS-VI वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. साथ ही No PUC No Fuel नियम के तहत बिना वैध प्रदूषण प्रमाण पत्र वाले वाहनों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं दिया जा रहा है. इस नियम को लागू करने के लिए ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे, पेट्रोल पंपों पर वॉइस अलर्ट और पुलिस की मदद ली जा रही है.