दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए राजधानी में टेस्टिंग लगभग दोगुनी कर दी गई है. गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में अभी 242 कंटेनमेंट जोन हैं जिसमें 2,30,466 की कुल आबादी में से 1,77,692 लोगों की जांच 15 और 16 जून को की गई थी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को जारी अपने एक बयान में कहा था कि दिल्ली के कई इलाकों में स्वास्थ्य सर्वेक्षण भी शुरू कर दिया गया है. गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट बताती है कि राजधानी दिल्ली में अभी 242 कंटेनमेंट जोन हैं जिसमें 2,30,466 की कुल आबादी में से 1,77,692 लोगों की जांच 15 और 16 जून को की गई थी. शेष बचे लोगों की जांच 20 जून तक पूरी कर ली जाएगी.
आएगी 6,510 सैंपल की रिपोर्ट
गृह मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 15 और 16 जून को कुल 16,618 कोरोना सैंपल लिए गए. जबकि इससे पहले 14 जून तक 4,000 से 4,500 तक सैंपलों की जांच हो रही थी. गुरुवार को 6,510 सैंपल की रिपोर्ट आनी है.
इस बीच गुरुवार से दिल्ली में एंटीजन टेस्टिंग शुरू कर दी गई है. इस टेस्टिंग से बेहद कम समय में कोरोना रिपोर्ट आ जाएगी. दिल्ली में पहली एंटीजन टेस्टिंग द्वारका के सेक्टर 4 में की गई. रैपिड एंटीजन टेस्टिंग कंटेनमेंट जोन, हॉटस्पॉट और हॉस्पिटल में की जाएगी ताकि जल्द से जल्द कोरोना संक्रमित लोगों का पता लगाया जा सके.
रैपिड जांच के लिए दिल्ली में 169 केंद्र बनाए गए हैं. एंटीजन टेस्टिंग की खासियत यह है कि मरीज के पास जाकर टेस्ट किया जा सकता है और इसके रिजल्ट में भी कम समय लगता है. एंटीजन टेस्टिंग से महज 1 घंटे के अंदर रिजल्ट भी आ जाएगा.
जबकि आरटी-पीसीआर टेस्टिंग से रिजल्ट आने में कम से कम 5 घंटे लगते हैं, साथ ही इसके लिए बकायदा लैब चाहिए होता है जहां संदिग्ध मरीजों की टेस्टिंग की जाती है. यह टेस्टिंग भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा अनुमोदित है.
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दूसरी ओर, दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को राजधानी में कोरोना टेस्टिंग की कीमत 2400 रुपये निर्धारित कर दी है. गृह मंत्री अमित शाह ने आम लोगों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है.