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दिल्ली में हेल्थ वर्कर्स ने वैक्सीन लगवाने में नहीं दिखाई दिलचस्पी, कई सेंटरों में 50 लोग भी नहीं आए

पहले चरण में 3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया जाना है. इसके लिए 3006 वैक्सीन सेंटर बनाए गए, जिसमें हर एक पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाने का टारगेट रखा गया. लेकिन पहले दिन कई सेंटर टारगेट का आधा भी नहीं पूरा कर पाए.

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कोरोना टीकाकरण अभियान (फ़ोटो- आज तक)
कोरोना टीकाकरण अभियान (फ़ोटो- आज तक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टीकाकरण के लिए 3006 वैक्सीन सेंटर बनाए गए
  • हर एक पर 100 लाभार्थियों को टीका लगना है
  • पहले दिन कई सेंटर पर 50 से कम को लगी वैक्सीन

भारत में शनिवार से दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई. पहले चरण में 3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया जाना है. इसके लिए 3006 वैक्सीन सेंटर बनाए गए, जिसमें हर एक पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाने का टारगेट रखा गया. लेकिन पहले दिन कई सेंटर टारगेट का आधा भी नहीं पूरा कर पाए. कुछ डॉक्टर आशंकाओं को देखते हुए टीकाकरण की लिस्ट से बाहर हो गए. 

आपको बता दें कि कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) में पहले दिन 32 हेल्थ वर्कर्स को ही कोरोना का टीका लग पाया. राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (RGSSH) में 42 हेल्थ वर्कर्स और दिल्ली कैंसर राज्य संस्थान में शाम 5 बजे तक 46 लोगों का ही टीकाकरण हो सका. गौरतलब है कि हर एक वैक्सीन सेंटर पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाने का टारगेट रखा गया था. इस तरह दिल्ली में पहले दिन कई सेंटर टारगेट का आधा भी नहीं पूरा कर पाए, यहां 50 से कम लोगों को वैक्सीन लगी. 
 
वहीं, टीकाकरण के दौरान आरएमएल के डॉक्टरों ने स्वदेशी वैक्सीन भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' को लेने में झिझक दिखाई. आरएमएल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को पत्र लिखकर मांग की है कि उन्हें सिर्फ ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन 'कोविशील्ड' ही दी जाए.

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मालूम हो कि ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन 'कोविशील्ड' का भारत की सीरम इंस्टीट्यूट उत्पादन कर रही है, जबकि भारत बायोटेक की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' को ICMR और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने मिलकर बनाया है.

गौरतलब ही कि पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है. दिल्ली के 6 केंद्रीय अस्पतालों, एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, कलावती शरण और दो ईएसआई अस्पताल को कोरोना वैक्सीन का सेंटर चुना गया. इसके अलावा दिल्ली सरकार के अस्पतालों और निजी अस्पतालों में भी कोरोना का वैक्सीनेशन हो रहा है.
 

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