क्या आप दिल्ली एनसीआर के किसी शहर में रहते हैं. क्या आप किसी जरूरी काम से गुड़गांव जा रहे हैं. और अगर आप साइबर सिटी गुड़गांव के वाशिंदे हैं तो घर से निकलने से पहले फेसबुक पर गुड़गांव ट्रैफिक पुलिस का स्टेटस देखना ना भूलें. क्योंकि इस सोशल नेटवर्किंग साईट की मदद से आप जान पाएंगे की साइबर सिटी की कौन सी सड़क ट्रैफिक जाम का शिकार है और किस सड़क से आप आसानी से अपनी मंजिल तक पहुच सकते हैं.
दरअसल साइबर सिटी की सड़कों पर दिनोंदिन जाम की समस्या गहरा रही है. ऐसे में रोजाना अंदाजा लगाना मुश्किल होता है कि कौन सा मार्ग खाली मिलेगा और कौन सी सड़क पर घंटों जाम के बीच फंसने को मजबूर होना पड़ेगा. इसी परेशानी से मुक्ति दिलाने के गुड़गांव ट्रैफिक पुलिस ने अपने फेसबुक पर सड़कों के जाम और अन्य जानकारियां देने का सिलसिला शुरू किया है. ट्रैफिक महकमे के आला अधिकारियों ने सभी ट्रैफिक इंस्पेक्टरों को आदेश दिए हैं कि सुबह 7 बजे से ही वे महकमे की कम्प्यूटर सेल को यह अवगत कराते रहेंगे कि उनके इलाके में किस रोड़ पर जाम है और किस मार्ग से वाहनों को निकलना सुगम होगा. यह जानकारी तुरंत ही फेसबुक पर अपलोड कर दी जाएगी, जिससे लोगों को पहले से ही सभी मार्गों की जानकारी होगी.
गुड़गांव ट्रैफिक पुलिस द्वारा सोशल साईट फेसबुक पर शुरू की गई इस सुविधा का शहर के चालकों ने भी स्वागत किया है. सभी चालको का यह मानना है कि अब वो किसी भी रूट पर निकलने से पहले फेसबुक पर अपडेट चेक करके निकलते हैं, इससे उन्हें यह पता होता है कि कौन सा रूट ट्रैफिक जाम का शिकार है और उस रूट के एल्टरनेट क्या हैं. इसलिए ट्रैफिक पुलिस की यह नई स्कीम वाकई कारगर है.
गुड़गांव पुलिस द्वारा सोशल साईट के माध्यम से शुरू की गई यह पहल वाकई सराहनीय है. इससे जाहिर होता है कि साइबर सिटी की पुलिस भी अब साइबर टेक्नीक से ना केवल क्राइम पर काबू पा रही है बल्कि ट्रैफिक कंट्रोल भी बेहतर ढंग से कर रही है. इस मुहीम का दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि आजकल ज्यादातर लोगों के पास हाई टेक्नीक मोबाइल हैं और इस सुविधा का लाभ वो मोबाइल पर भी ले सकते हैं.
इस स्कीम के क्या फायदे :-
• किस रोड़ पर जाम है और इसके क्या कारण हैं?
• जाम कब से है और जाम कितनी देर में समाप्त हो सकता है?
• जाम से बचने के किन रास्तो का प्रयोग करना चाहिए?
• एफ एम रेडियो की तरह आम आदमी भी सोशल साईट पर अपने सुझाव अपलोड कर सकता है.