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दिल्ली: चांदनी चौक में डेवलपमेंट के बाद पार्किंग सबसे बड़ी समस्या, व्यापारियों ने बताए अनुभव

दिल्ली के ऐतिहासिक चांदनी चौक बाजार का रीडिवेलपमेंट तो हो गया लेकिन डेवलपमेंट के बाद यहां के व्यापारियों और रिहायशी लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है. यहां के कारोबारी जहां के लोग पार्किंग की समस्या से काफी परेशान हैं.

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चांदनी चौक-फाइल फोटो
चांदनी चौक-फाइल फोटो

दिल्ली के ऐतिहासिक चांदनी चौक बाजार का रीडिवेलपमेंट तो हो गया लेकिन डेवलपमेंट के बाद यहां के व्यापारियों और रिहायशी लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है. यहां के कारोबारी जहां के लोग पार्किंग की समस्या से काफी परेशान हैं. पीडब्ल्यूडी विभाग ने इस इलाके में जगह-जगह नो पार्किंग का बोर्ड लगा रखा है साथ ही इस पूरे इलाके में सुबह 9:00 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक का  कार,टू व्हीलर मूवमेंट पर भी रोक लगा रखी है लेकिन बावजूद इसके सड़कों के दोनों तरफ पार्किंग माफिया ने कब्जा कर रखा है.

चांदनी चौक ट्रेडर्स एसोसिशन के प्रेसिडेंट संजय भार्गव के मुताबिक इस पूरे रोड पर ट्रैफिक मूवमेंट पर एनजीटी के आदेश के चलते रोक लगी है. सड़कों की दोनों तरफ ना गाड़ियां पार्क हो सकती हैं नहीं ट्रैफिक की आवाजाही, बावजूद इसके सुबह 9:00 बजे से लेकर रात 11 बजे तक भारी ट्रैफिक रहता है. 

संजय भार्गव ने बताया कि इस पूरे मार्केट में मैच 400 लीगल रिक्शा ही बाजार में चल सकते हैं, लेकिन इस बाजार में लगभग 1500 रिक्शा इन लीगल तरीके से चल रहे हैं जिसके कारण पूरा बाजार जाम को चलता रहता है. आगे फेस्टिवल सीजन है ऐसे भी कारोबार पर भी असर पड़ेगा, साथ ही सुरक्षा पर असर पड़ता है. चांदनी चौक बाजार में से दिल्ली नहीं बल्कि आसपास के पड़ोसी राज्यों और देश के अलग-अलग हिस्सो से लोग खरीदारी करने के लिए आते हैं.

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भागीरथ पैलेस मार्केट में रहने वाले अनुज यादव ने बताया कि प्रशासन इतनी मिली भगत है कि एनजीटी के आदेश पीडब्ल्यूडी विभाग के आदेश होने के बावजूद ट्रैफिक पुलिस आखिरकार क्यों करवाई नहीं करती. यही नहीं इस रोड पर लोडिंग नहीं की जा सकती, लेकिन पूरे दिनभर इस रोड पर व्यापारियों की माल की लोडिंग अनलोडिंग होती है. एक-एक गाड़ी से पुलिस प्रशासन की मिली भगत से यह पूरा कारोबार हो रहा है.

व्यापारियों ने आरोप लगाया कि सड़कों के दोनों ओर जो गाड़ियां पार्क होती हैं उससे ₹200 प्रति घंटे के हिसाब से लिया जाता है. कभी भी ट्रैफिक पुलिस नजर नहीं आती.

हालांकि, इस रोड पर कई जगह पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से साइन बोर्ड लगा रखी है कि अगर गाड़ी या कोई भी व्हीकल ऑफिस रोड पर लेकर जाते हैं तो आपको ₹20000 का जुर्माना देना पड़ेगा. अब सोचिए 20000 का जुर्माना होने के बाद भी सड़कों के किनारे सैकड़ो की तादाद में खड़े किए व्हीकल पुलिस और प्रशासन के कार्यवाही पर सवाल करते हैं.

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