राजधानी दिल्ली में एक तरफ जहां लोग कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में लगातार हो रही बेड की किल्लत ने भी लोगों के लिए और सरकार के लिए परेशानी बढ़ा रखी है.
मरीजों को अस्पताल में ना तो बेड मिल रहा है ना ही इलाज. ऐसे में उत्तरी दिल्ली नगर निगम की तरफ से बालकराम अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया है. शनिवार से इस हॉस्पिटल में भी कोरोना के मरीजों का इलाज होगा.
100 बेड की क्षमता वाले इस अस्पताल में फिलहाल 25 बेड की व्यवस्था की गई है. लेकिन धीरे-धीरे इसको 100 बेड में तब्दील किया जाएगा. इस अस्पताल में खास बात यह है कि लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ-साथ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी हर बेड के साथ अटैच किया गया है.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश जेपी ने अस्पताल में बेड व्यवस्था और ऑक्सीजन व्यवस्था का जायजा लिया. इसके साथ ही मरीजों के खाने-पीने और बेहतर इलाज को लेकर डॉक्टर से चर्चाएं भी की.
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इस दौरान दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली सरकार नहीं चाहती कि नगर निगम इस तरह से तेजी से काम करें. और इन कामों में रोड़ा अटकाने का काम कर रही है. सरकार, सुविधाएं नगर निगम को नहीं दे रही है जिसके कारण अस्पतालों को शुरू करने में दे रही हो रही है.
वहीं दूसरी तरफ उत्तरी दिल्ली नगर निगम की मेयर जयप्रकाश जेपी ने दिल्ली सरकार पर भेदभाव की राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अब तक दिल्ली सरकार निगम के साथ सिर्फ एक ही बैठक की है, लेकिन जब से कोरोनावायरस ने दिल्ली में विकराल रूप लिया है तब से एक बार भी सीएम साहब ने तीनों नगर निगम के मेयर से एक बार बैठक नहीं की. लेकिन फिर भी उसके बाद हमने निगम की बेहतर व्यवस्था को एक साथ तीन अस्पताल शुरू किये है. जहां तकरीबन 500 बेड हैं. और आईसीयू के साथ वेंटिलेटर की व्यवस्था की है.
मेयर ने जानकारी देते हुए बताया कि बालक राम अस्पताल में जल्दी अपना खुद का ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू किया जाएगा. ताकि यहां 100 मरीजों को ऑक्सीजन मिल सके. और मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत ना हो.