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सलामत है सना, पटना में हो सकता है आगे का इलाज

सना की मां ने बताया कि रात में उसने अपनी बेटी से थोड़ी बातचीत की, जिसका सना ने जवाब भी दिया. अपनी बेटी को सकुशल बोरवेल से बाहर निकाले जाने को लेकर सना ने बचाव दल का शुक्रिया अदा किया है.

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अस्पताल में सना
अस्पताल में सना

30 घंटे तक बोरवेल में फंसी रही मासूम बच्ची सना को सकुशल बाहर निकालने के बाद उसका इलाज मुंगेर के सदर अस्पताल के आईसीयू वार्ड में चल रहा है. कल रात तकरीबन 9 बजकर 40 मिनट पर सना को बचाव दल ने बोरवेल से बाहर निकाला. इसके तुरंत बाद उसे एंबुलेंस में बिठाकर सदर अस्पताल भेजा गया. रात भर दो डॉक्टरों की टीम ने सना का इलाज किया और उसकी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

सना की मां ने बताया कि रात में उसने अपनी बेटी से थोड़ी बातचीत की. जिसका सना ने जवाब भी दिया. अपनी बेटी को सकुशल बोरवेल से बाहर निकाले जाने को लेकर सना ने बचाव दल का शुक्रिया अदा किया है.

वहीं, सना का इलाज कर रहे डॉ. वहाब और डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि सना की स्थिति स्थिर बनी हुई है. लेकिन आधी रात में और सुबह दो बार उल्टी की हुई है. इससे इस बात की आशंका है कि बोरवेल में फंसे रहने के कारण उसके मस्तिष्क पर इसका बुरा असर पड़ा है.

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अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सना के बेहतर चिकित्सा के लिए डॉक्टर जल्दी फैसला करेंगे और संभवत उसे पटना रेफर किया जाएगा, जहां पर उसका आगे का इलाज चलेगा.

दरअसल, मंगलवार को सना शाम तीन बजे के आसपास घर के बोरवेल में गिर गई. बताया जा रहा है कि सना अपनी नानी के यहां आई हुई थी, जिस दौरान ये हादसा हुआ.

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