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Dengue Vaccine: अब डेंगू नहीं लेगा लाखों की जान! ब्राजील ने मंजूर की दुनिया की पहली सिंगल-डोज वैक्सीन

ब्राजील ने दुनिया की पहली सिंगल-डोज डेंगू वैक्सीन Butantan-DV को मंजूरी दे दी है. ये 12 से 59 साल के लोगों को डेंगू से सुरक्षित रखती है और पहले की दो डोज वैक्सीन से आसान और तेज वैक्सीनेशन की सुविधा देती है. क्लिनिकल ट्रायल में वैक्सीन ने गंभीर डेंगू के खिलाफ 91.6% सुरक्षा दिखाई.

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12 से 59 उम्र तक के लोगों के लिए Butantan-DV वैक्सीन सुरक्षित है.  (Photo: ITG)
12 से 59 उम्र तक के लोगों के लिए Butantan-DV वैक्सीन सुरक्षित है. (Photo: ITG)

Dengue Vaccine: डेंगू बुखार, जिसे लोग कई बार 'ब्रेकबोन फीवर' भी कहते हैं, साल 2024 में रिकॉर्ड लेवल तक पहुंच गया है. ये बीमारी तेज बुखार, शरीर में दर्द, थकान और फ्लू जैसी परेशानियों के साथ आती है. कई लोग इसे हल्का फ्लू समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन डेंगू कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है. इस बीमारी के फैलने की रफ्तार बढ़ गई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्लाइमेट चेंज यानी मौसम में बदलाव ने डेंगू फैलाने वाली मच्छरों की संख्या बढ़ा दी है और उन्हें नए इलाकों में फैलने का मौका दिया है. अब ये बीमारी केवल एशिया या दक्षिण अमेरिका तक सीमित नहीं रही, बल्कि यूरोप और अमेरिका के कुछ हिस्सों में भी इसके मामले सामने आने लगे हैं.

ऐसे में इसे लेकर सभी बहुत चिंतित थे, लेकिन अब इसे लेकर एक अच्छी खबर आई है. ब्राजील ने डेंगू से लड़ने के लिए इतिहास रच दिया है. वहां दुनिया की पहली ऐसा वैक्सीन मंजूर की गई है, जो सिर्फ एक डोज में डेंगू से शरीर को सुरक्षित रख सकता है. इसका मतलब है कि अब लोगों को बार-बार वैक्सीन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी और ये वैक्सीन उन इलाकों में भी इस्तेमाल की जा सकेगी जहां डेंगू तेजी से फैल रहा है. साइंटिस्ट्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये कदम डेंगू के खिलाफ बड़ी उम्मीद लेकर आया है. अगर इसे समय पर और सही तरीके से लगाया जाए, तो लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है और बीमारी के फैलने की रफ्तार भी धीमी की जा सकती है.

क्या है नई वैक्सीन?
ब्राजील की हेल्थ एजेंसी ANVISA ने Butantan-DV नामक वैक्सीन को मंजूरी दे दी है, जिसे साओ पाउलो के Butantan Institute ने डेवलप किया है. ये वैक्सीन 12 से 59 साल की उम्र के लोगों के लिए इस्तेमाल की जा सकती है. पहले दुनिया में सिर्फ TAK-003 वैक्सीन ही थी, जिसे लगाने के लिए दो डोज चाहिए थे और डोज के बीच तीन महीने का अंतर होता था. अब ये सिंगल-डोज वैक्सीन ज्यादा लोगों को जल्दी और आसानी से वैक्सिनेट करने में मदद करेगी.

वैज्ञानिक सफलता और असर
Butantan Institute के डायरेक्टर एस्पेर कालस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'ये ब्राजील के लिए साइंस और हेल्थ में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है.' उन्होंने आगे बताया, 'एक ऐसी बीमारी जिसे दशकों से झेला जा रहा था, अब उसके खिलाफ एक बहुत ही मजबूत हथियार मौजूद है.'

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इस वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल में 16,000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था और इस वैक्सीन ने डेंगू की गंभीर स्थिति के खिलाफ 91.6 प्रतिशत तक सुरक्षा दिखाई.

क्यों चिंता का विषय है डेंगू?
डेंगू मच्छरों के जरिए फैलता है और अब ये मच्छर अपने पुराने इलाकों से बाहर फैल रहे हैं. गंभीर मामलों में डेंगू हीमोरैजिक फीवर और मौत तक का कारण बन सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2024 में दुनिया भर में 14.6 मिलियन से ज्यादा डेंगू केस और लगभग 12,000 मौतें हुईं, जो अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है.

भविष्य के लिए उम्मीद
सिंगल-डोज वैक्सीन की मंजूरी से अब स्वास्थ्य अधिकारी जल्दी और बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन कर सकते हैं, जिससे डेंगू के फैलाव और गंभीर असर को कम करने में मदद मिलेगी. ये वैक्सीन उन देशों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है, जहां डेंगू हर साल बार-बार फैलता रहता है.

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