scorecardresearch
 

दिल्ली-NCR के बच्चों में हो रही हैंड-फुट-माउथ डिजीज क्या है? मुंह में हो रहे दर्दनाक छाले, डॉक्टर ने दी ये सलाह

बच्चे के मुंह, हाथ और पैरों पर छाले पड़ गए हैं तो आपको समझ लेना चाहिए कि बच्चा HFMD डिजीज का शि‍कार है. ऐसे में बच्चे के हाथ पैर मुंह में छाले या फफोले जैसे पड़ जाते हैं. आइए डॉक्टर से जानते हैं कि ये बीमारी कब खतरनाक हो सकती है. क्या होते हैं इसके लक्षण और इलाज.

Advertisement
X
बच्चे के मुंह में दर्दनाक छालें तो डॉक्टर से लें सलाह (Photo: MetaAI)
बच्चे के मुंह में दर्दनाक छालें तो डॉक्टर से लें सलाह (Photo: MetaAI)

दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों बच्चों में एक वायरल बीमारी तेजी से फैल रही है, जिसका नाम है हैंड-फुट-माउथ डिजीज (HFMD) हैं. डॉक्टरों के मुताबिक ये बीमारी खासतौर पर पांच साल से छोटे बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर रही है. इसमें बच्चों के हाथ, पैरों और मुंह के अंदर छोटे-छोटे मगर दर्दनाक छाले हो जाते हैं, जिसकी वजह से बच्चे न सही से खा पाते हैं और न खेलकूद कर पाते हैं. आइए जानते हैं क्या होते हैं इस बीमारी के लक्षण, बच्चों के लिए कब खतरनाक हो जाते हैं लक्षण.

हर हफ्ते आ रहे ऐसे केस

सर गंगाराम अस्पताल के पीडियाट्रिक पल्मोनोलॉजी विभाग के को-डायरेक्टर डॉ. धीरन गुप्ता ने बताया कि हर क्ल‍िन‍िकल बाल रोग व‍िशेषज्ञ के पास हर हफ्ते 8 से 10 केस आ रहे हैं. ये एक तरह का वायरल इंफेक्शन है, जो आमतौर पर एंट्रो वायरस से होता है. ये बीमारी बच्चों में बहुत तेजी से फैलती है, खासकर तब जब वे एक-दूसरे के साथ स्कूल या डे-केयर जैसी जगहों पर ज्यादा समय बिताते हैं. खासकर पांच साल से छोटे बच्चों को ज्यादा दिक्कत होती है. ऐसे में मसालेदार खाना नहीं देना चाहिए, ज्यादा पानी पिलाना चाहिए और बच्चों की न्यूट्रिशन का ख्याल रखना चाहिए. ज्यादातर बच्चे 8-10 दिन में ठीक हो जाते हैं और बुखार 2-3 दिन में उतर जाता है.

तीन दिन रहता है फिवर फिर...

Advertisement

डॉ धीरेन गुप्ता ने बताया कि इस वायरल में तीन दिन फि‍वर रहता है, फिर इसमें दस दिन तक छाले फिर उसके बाद रैश रहते हैं. शुरुआती लक्षणों में बुखार, गले में खराश, थकान और भूख न लगना शामिल हैं. कुछ ही घंटों या एक-दो दिन में बच्चों के हाथों, पैरों, घुटनों और मुंह के अंदर या आसपास छोटे-छोटे लाल दाने और छाले निकल आते हैं. ये छाले दर्दनाक होते हैं और खाने-पीने में मुश्किल खड़ी कर देते हैं.

कब करें तुरंत डॉक्टर से संपर्क?

डॉ गुप्ता ने बताया कि जब ओरल इनटेक ब‍िल्कुल खत्म हो जाता है और मुंह में छाले बहुत ज्यादा हो जाते हैं. मुंह के अंदर दर्दनाक छालों के कारण अगर बच्चा खाना-पीना छोड़ देता है और फिवर 102 डिग्री से ज्यादा हो तो डॉक्टर के पास तुरंत ले जाना चाहिए. अगर बच्चे में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) लगे, या छाले ज्यादा बढ़ जाएं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए.

कैसे होता है इलाज

बाल रोग विशेषज्ञ डॉ आलोक द्व‍िवेदी के अनुसार इस बीमारी का कोई खास एंटीवायरल इलाज नहीं है. बच्चो को बुखार और दर्द के लिए दवा दी जाती है. छालों के दर्द के लिए माउथ जेल या स्प्रे दे सकते हैं. 7–10 दिनों में बच्चा अपने आप ठीक हो जाता है. लेकिन, इस दौरान बच्चों को आराम देना, उन्हें ठंडे तरल पदार्थ और मुलायम खाना खिलाना और दर्द या बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह से दवा देना जरूरी है.

Advertisement

क्या हैं लक्षण (Symptoms)

हाथ और पैरों पर लाल दाने या फफोले
हल्का बुखार और गले में खराश
चिड़चिड़ापन, भूख कम लगना

बच्चों में अगर छाले पड़ जाएं तो क्या करें?

पानी और लिक्विड्स दें ताकि डिहाइड्रेशन न हो.
ठंडा और मुलायम खाना दें. दही, खिचड़ी, ठंडी चीजें बच्चे को आराम देंगी.
मसालेदार और खट्टे खाने से बचें, ये छाले को और तकलीफ़देह बना सकते हैं.
बच्चे को आराम करने दें. स्कूल या डे-केयर न भेजें ताकि संक्रमण न फैले.
हाथ धोने की आदत डालें, वायरस एक बच्चे से दूसरे तक आसानी से फैलता है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement