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फैक्ट चेक: नाइजीरिया में होली के मौके पर 108 लोगों ने नहीं अपनाया है हिंदू धर्म   

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि होली के मौके पर नाइजीरिया में सैकड़ों लोगों ने सनातन धर्म अपना लिया. इंडिया टुडे फैक्ट चेक की टीम ने इस दावे की सच्चाई की पड़ताल की. धर्म परिवर्तन का यह दावा गलत निकला. 

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
नाइजीरिया में 108 लोगों ने होली के मौके पर हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
नाइजीरिया में होली के मौके पर 108 लोग धर्म परिवर्तन करके हिंदू नहीं बने हैं. ये तस्वीर साल 2017 की है, जब ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ ने करीब 200 गैर-ब्राह्मण पुजारियों को पूजा-पाठ की विधियों से शिक्षित किया था.

कुछ दिनों पहले, मलेशिया में 6500 चीनी नागरिकों के धर्मांतरण करके हिंदू बनने की भ्रामक खबर ने सोशल मीडिया पर खूब शोर मचाया था. इसके बाद, फिर एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसे शेयर करते हुए कुछ लोग ऐसा कह रहे हैं कि अफ्रीकी देश नाइजीरिया में होली के मौके पर 108 लोगों ने हिंदू धर्म को अपना लिया है. 

इस तस्वीर में कुछ लोग धार्मिक वस्त्र पहने हुए हाथ जोड़े खड़े दिखाई दे रहे हैं. 

इस तस्वीर को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “नाइजीरिया में होली के मौके पर 108 लोगों ने सनातन धर्म अपना लिया. बधाई हो सनातनियों अब इस देश में हिंदू आबादी 10 प्रतिशत हो गई है.जय सनातन जय श्री राम.”

इस फोटो को गलत मैसेज के साथ किया जा रहा वायरल

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर नाइजीरिया में धर्मांतरण कर के हिंदू धर्म अपनाने वाले लोगों की नहीं है. ये तस्वीर तिरुपति मंदिरों के ट्रस्ट में ट्रेनिंग हासिल करने वाले गैर-ब्राह्मण पुजारियों के पहले बैच की है. 

कैसे पता लगाई सच्चाई? 

अफ्रीका महाद्वीप में नाइजीरिया एक ऐसा देश है, जहां मुस्लिम और ईसाई धर्म के अनुयायियों के बीच धार्मिक प्रतिद्वंद्विता काफी अधिक है. ऐसे में अगर वहां 108 लोग हिंदू धर्म को अपनाते तो ये खबर मीडिया में जरूर आती. लेकिन हमें किसी भी नैशनल या इंटरनेशनल मीडिया में ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें नाइजीरिय 108 लोगों के हिंदू धर्म को कबूलने की बात कही गई हो. 

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जब हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च किया तो ये हमें ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की वेबसाइट पर एक खबर के साथ मिली. इस खबर के मुताबिक साल 2017 में ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ ने करीब 200 गैर-ब्राह्मण पुजारियों को पूजा-पाठ की विधियों से शिक्षित किया था.  

धर्म परिवर्तन के दावे का ऐसे लगा पता

ये खबर और भी कई मीडिया रिपोर्ट्स में छपी थी. 

क्या है तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम? 

‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ दुनियाभर में कई मंदिरों का संचालन करता है जिसमें आंध्र प्रदेश का मशहूर तिरुपति बालाजी मंदिर भी शामिल है. 

क्या कहती है नाइजीरिया की जनगणना?

नाइजीरिया में इसी साल जनगणना होनी है. इससे पहले साल 2006-07 में जनगणना हुई थी. आंकड़ों के मुताबिक, नाइजीरिया में उस वक्त करीब 14 करोड़ लोगों की जनसंख्या में 50.4 फीसदी मुस्लिम और 48.3 फीसदी ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों के अलावा बाकी धर्म के अनुयायियों की संख्या लगभग 1.3 फीसदी थी. 

‘Pew Research Centre’ के मुताबिक नाइजीरिया में साल 2019 तक मुस्लिम आबादी 50 फीसदी और ईसाई आबादी 48.1 फीसदी थी. यानी इन दोनों धर्मों के अलावा बाकी लोगों की आबादी दो फीसदी से कम ही थी. लिहाजा, वायरल पोस्ट में नाइजीरिया में हिंदू आबादी के 10 फीसदी हो जाने की बात भी सही नहीं है. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नाइजीरिया में करीब 60,000 भारतीय रहते हैं. भारत की करीब 135 से अधिक कंपनियां नाइजीरिया में काम कर रही हैं.

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