
देश में इन दिनों हिंदू राष्ट्र का मुद्दा छाया हुआ है और अब इस मुद्दे को लेकर चल रहे '#हिन्दूराष्ट्रघोषित_करो' जैसे हैशटैग्स के साथ सोशल मीडिया पर कुछ लोग कह रहे हैं कि मलेशिया में हाल ही में हजारों चीनियों ने हिंदू धर्म अपना लिया है.
दरअसल, कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि भारत हिंदू राष्ट्र था, है और रहेगा. वहीं बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए महायज्ञ का आयोजन किया.
इन घटनाक्रमों के बीच अब कुछ लोग कह रहे हैं कि मलेशिया में तकरीबन 6500 चीनी नागरिक धर्मांतरण करके हिंदू बन गए हैं.

ऐसा कहने वाले कुछ सोशल मीडिया यूजर एक फोटो भी शेयर कर रहे हैं. फोटो में एशियाई/मंगोलॉयड जैसे दिखने वाले कुछ लोग भगवा कपड़े और रुद्राक्ष की माला पहने हुए आरती करते नजर आ रहे हैं.
ऐसी ही कुछ पोस्ट्स का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि मलेशिया में 6500 चीनी नागरिकों के धर्म परिवर्तन करके हिंदू बन जाने की बात पूरी तरह झूठ है. मलेशिया के कुछ पत्रकारों और वहां के हिंदू संगठनों ने भी 'आजतक' को यही बताया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
सबसे पहले हमने अंग्रेजी, मलय और चीनी भाषाओं में कीवर्ड सर्च करके ये पता लगाने की कोशिश की कि क्या इस तरह के किसी धर्म परिवर्तन से जुड़ा कोई कार्यक्रम हाल-फिलहाल में मलेशिया में हुआ है. हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
तो फिर आरती वाली फोटो की क्या कहानी है?
इस फोटो को रिवर्स सर्च करने से हमें पता लगा कि इसे साल 2019 में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने मलेशिया के मेलाका राज्य में रहने वाले चीनी हिंदू समुदाय की तस्वीर बताया था. उस वक्त इस फोटो के साथ लोगों ने कुछ दूसरी मिलती-जुलती तस्वीरें भी शेयर की थीं.
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हालांकि हमें कहीं भी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली कि इस फोटो का संबंध धर्म परिवर्तन के किसी कार्यक्रम से है.
दरअसल, मेलाका, मलेशिया का एक ऐसा राज्य है, जहां ‘चेट्टी’ समुदाय के लोग रहते हैं. ओपन एक्सेस रिसर्च का संग्रह करने वाली वेबसाइट ‘कोर’ पर प्रकाशित एक रिसर्च पेपर के मुताबिक ये समुदाय बहुत साल पहले तब अस्तित्व में आया था जब दक्षिण भारत से बहुत से हिंदू व्यापारी मलेशिया गए और वहां रहने वाले मलय, चीनी, जावा और बटक समुदाय की महिलाओं से शादी करके वहीं बस गए. ये समुदाय आज भी हिंदू रीति-रिवाजों का पालन करता है.
क्या बोले मलेशिया के पत्रकार और हिंदू संगठन?
हमने इस बारे में जानकारी के लिए मलेशिया के पत्रकार और एंकर लुकमान हैरिज से बात की. उन्होंने हमें बताया कि मलेशिया में हाल-फिलहाल में न तो हजारों चीनी नागरिकों का धर्म परिवर्तन हुआ है न ही इसके लिए ऐसा कोई विशेष आयोजन हुआ है. ये खबर पूरी तरह गलत है.
मलेशिया के एक अन्य पत्रकार का भी यही कहना था कि ऐसे किसी भी धर्म परिवर्तन के वाकये के बारे में उन्होंने नहीं सुना. उन्होंने ये भी कहा कि अगर ऐसा कुछ होता, तो इसके बारे में कम से कम मलेशिया की स्थानीय वेबसाइट्स में जरूर खबरें छपी होतीं.
हमने फेसबुक के जरिये 'वर्ल्ड हिंदू काउंसिल मलेशिया' संस्था से भी संपर्क किया. संस्था के एक प्रवक्ता ने हमें बताया कि मलेशिया में हजारों चीनियों के धर्म बदलकर हिंदू बन जाने की खबर में कोई सच्चाई नहीं है.
मलेशिया में हिंदुओं की जनसंख्या
साल 2020 में मलेशिया में हुई जनगणना के मुताबिक वहां 63.5 प्रतिशत लोग इस्लाम, 18.7 प्रतिशत लोग बौद्ध, 9.1 प्रतिशत लोग ईसाई और 6.1 प्रतिशत लोग हिंदू धर्म को मानते हैं. ये जानकारी वहां के 'डिपार्टमेंट ऑफ स्टैटिस्टिक्स' की वेबसाइट पर दी गई है.

कुल मिलाकर बात साफ है, एक पुरानी फोटो के जरिये मलेशिया में हजारों चीनियों के हिंदू बन जाने की बात कही जा रही है, जो पूरी तरह गलत है.