
सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब शेयर हो रहा है जिसमें सफेद कुर्ता-पायजामा पहने दाढ़ी वाला एक शख्स किसी बुर्कानशीं महिला को नोटों की गड्डियां देते दिख रहा है.
ये आदमी अपना नाम सलमान बताते हुए कहता है कि ये महिला हैदराबाद से मदद मांगने आई था. आगे वो बोलता है कि अगर कोई उसके पास नहीं आ सकता, तो वो वॉट्सऐप के जरिये मदद मांग सकता है.
इस तरह की एक अन्य पोस्ट में भी नोटों की गड्डियों और महिलाओं की तस्वीरों के साथ उसी दाढ़ी वाले व्यक्ति की फोटो लगी है. साथ ही लिखा है कि सलमान नाम का ये व्यक्ति हैदराबाद का समाज सेवक है जो जरूरतमंदों की 15 लाख रुपये तक की मदद करता है.
इस तरह के सभी पोस्ट्स में कुछ वॉट्सऐप नंबरों के लिंक दिए गए हैं. कुछ में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की तस्वीर भी लगी है, मानों वो इस आर्थिक मदद की योजना का प्रमोशन कर रहे हों.

लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये सभी पोस्ट फर्जी हैं. हैदराबाद के समाज सेवक सलमान खान ने खुद सोशल मीडिया के जरिये बताया है कि उनके नाम पर बड़े पैमाने पर इस तरह का फर्जीवाड़ा चल रहा है.
'+92' वाले नंबरों से हो रहा खेल
हमने देखा कि इन पोस्ट्स में जो वॉट्सएप नंबर दिए गए हैं, वो सभी '+92' से शुरू होते हैं. '+92' पाकिस्तान का कंट्री कोड है.

इसके अलावा, जिन फेसबुक पेजों से ये पोस्ट किए गए हैं, उनमें से कई के 'पेज ट्रांस्पेरेंसी' सेक्शन में भी लोकेशन पाकिस्तान लिखी है.

यानी इन पेजों का पाकिस्तान से कुछ न कुछ कनेक्शन होने की काफी संभावना है.
हमने ये भी देखा कि इन पोस्ट्स के वीडियो, सलमान खान के असली सोशल मीडिया अकाउंट पर मौजूद वीडियो को एडिट करके बनाए गए हैं.
पैसा चाहिए, तो पहले पैसा दीजिये!
हमने इनमें से एक नंबर पर मैसेज किया कि हमें बिजनेस के लिए दो लाख रुपये की जरूरत है. कुछ ही मिनट बाद एक महिला का कॉल आया जो तुरंत ही मदद के लिए तैयार हो गई. उसने हमें अपना अकाउंट नंबर और आधार कार्ड भेजने के लिए कहा. हमने उसे एक मनगढ़ंत अकाउंट नंबर और नकली आधारकार्ड भेजा. उसने दोबारा कॉल करके कहा कि सलमान भाई अभी फिलिस्तीन में हैं और वहीं से पैसा भेजेंगे. इस वजह से हमें दो हजार रुपये कनवर्जन चार्ज जमा करना होगा, तभी दो लाख रुपये हमारे अकाउंट में ट्रांस्फर हो पाएंगे.
इसके बाद खुद को सलमान खान बताने वाले एक व्यक्ति का फोन आया जिसने कहा कि वो वैसे तो फिलिस्तीन में हैं लेकिन हमारी मदद जरूर करेंगे. फिर उसने कहा कि अभी भारत से एक बैंक मैनेजर हमें कॉल करेगा और बताएगा कि कनवर्जन चार्ज किस अकाउंट में ट्रांस्फर करना है.
उसने पेटीएम का एक स्क्रीनशॉट भी भेजा जिसमें हमारे फर्जी आधार कार्ड वाला नाम 'निशा सिंह' और नकली अकाउंट नंबर दिख रहा है. इसमें भेजी गई राशि दो लाख रुपये लिखी है. जाहिर है, ये पूरी तरह फर्जी है.

थोड़ी देर बाद हमारे पास पाकिस्तान के एक और नंबर से कॉल आया जिस पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की डीपी लगी है.

मैसेज करने वाले व्यक्ति ने कहा कि 'निशा सिंह' के नाम से दो लाख रुपये का इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन हुआ है लेकिन ये पैसा हमारे खाते में तभी आएगा जब हम दो हजार रुपये एक क्यूआर कोड के जरिये जमा करेंगे.
हमने जब इस व्यक्ति से पूछा कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया वाले भला पाकिस्तान के नंबर से क्यों फोन कर रहे हैं तो उसका जवाब था कि साइबर अटैक से बचने के लिए. हमने उससे कॉल के दौरान अपना वीडियो ऑन करने के लिए कहा तो उसने साफ इंकार कर दिया.
जब एक ठग ने सलमान को, सलमान बनकर किया कॉल
सलमान खान हैदराबाद यूथ करेज नामक सामाजिक संस्था के संस्थापक हैं. उन्होंने अपने वेरिफाइड इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिये बताया है कि कुछ लोग उनके नाम पर कॉल करके ठगी कर रहे हैं. पोस्ट में सलमान ने लोगों से ऐसे ठगों से सतर्क रहने की गुजारिश की है.
हमें उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक ऐसा वीडियो भी मिला जिसमें वो एक ठग से फोन पर बात कर रहे हैं. ठग उनसे कहता है कि उनके अकाउंट में पैसा तभी ट्रांस्फर हो पाएगा जब वो करंसी कनवर्जन की फीस के रूप में 5200 रुपये जमा करवाएंगे. सलमान थोड़ी देर तक तो उससे सामान्य तरीके से बात करते हैं लेकिन फिर आपा खो देते हैं और अपशब्द कहते हुए चेतावनी देते हैं कि वो बहुत जल्द पकड़ा जाएगा.
यहां ये बताना भी जरूरी है कि हैदराबाद यूथ करेज के फाउंडर सलमान खान पर भी साल 2020 में डोनेशन के पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगा था.
लेकिन इतनी बात पक्की है कि सलमान खान के नाम पर आर्थिक मदद का वादा करने वाले सभी वायरल पोस्ट फर्जी हैं.