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फैक्ट चेक: महाराष्ट्र पुलिस की सख्ती का वीडियो बीजेपी पर हमले के लिए हो रहा इस्तेमाल

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. ये वीडियो इसी साल अप्रैल का है और मुंबई के मानखुर्द उपनगर का है. महाराष्ट्र में पिछले साल नवंबर से शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन (महा विकास अघाड़ी) वाली सरकार है, बीजेपी की नहीं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
इस वीडियो में बिहारवासियों पर बीजेपी की पुलिस का अत्याचार दिख रहा है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वीडियो इसी साल अप्रैल का है और महाराष्ट्र का है. महाराष्ट्र में पिछले साल नवंबर से शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार है, बीजेपी की नहीं.

बिहार चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों की दो महिलाओं से झड़प होती दिख रही है. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो दिखाता है कि बीजेपी ने बिहारवासियों पर कैसे अत्याचार किया.

वीडियो की शुरुआत में पुलिसकर्मियों के साथ खड़े एक आदमी को एक सब्जी से भरा ठेला पलटते हुए देखा जा सकता है. इसको लेकर पुलिसकर्मियों और महिलाओं में हाथापाई हो जाती है और पुलिस महिलाओं को जबरन अलग कर देती है. वीडियो के बैकग्राउंड में एक इमोशनल म्यूजिक भी सुनाई दे रहा है. दावे में वीडियो को बिहार का दर्शाने की कोशिश की जा रही है. हालांकि, सीधे तौर ये नहीं लिखा गया है कि वीडियो बिहार का है.

वीडियो को पोस्ट करते हुए एक फेसबुक पेज ने कैप्शन में लिखा है, "भाजपा का अत्याचार, बिहार वासियों भाजपा को वोट देने से पहले ये वीडियो जरूर देख लेना. अब मौका मिला है अपनी गरीब बहिन बेटियों पर हुए अत्याचारों का बदला लेना है,लालटेन को वोट देना है!!".

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. ये वीडियो इसी साल अप्रैल का है और मुंबई के मानखुर्द उपनगर का है. महाराष्ट्र में पिछले साल नवंबर से शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन (महा विकास अघाड़ी) वाली सरकार है, बीजेपी की नहीं.  

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वीडियो को भ्रामक दावे के साथ फेसबुक पर जमकर शेयर किया जा रहा है. एक फेसबुक पेज से वीडियो को एक हजार से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

कुछ कीवर्ड की मदद से खोजने पर हमें ये वीडियो कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मिला. The Quint की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस और महिलाओं की ये झड़प मुंबई के मानखुर्द में 17 अप्रैल को हुई थी. वीडियो में दिख रहा इलाका उस समय कोरोना वायरस के चलते कन्टेनमेंट जोन में आता था. लॉकडाउन गाइडलाइन की वजह से पुलिस और बीएमसी इलाके में सब्जी बेचने वालों पर सख्ती करने की कोशिश कर रही थी. इसी को लेकर सब्जीवालों और अधिकारियों में झड़प हो गई और मामला बिगड़ गया. पुलिस ने इस घटना को लेकर कुछ सब्जी वालों पर मामला भी दर्ज किया था. हिंदुस्तान टाइम्स ने भी इस मामले पर खबर की थी.

यहां पर ये बात साफ़ हो जाती है कि वीडियो महाराष्ट्र का है जहां बीजेपी की सरकार नहीं है. हालांकि, ये बात भी सच है कि कोरोना लॉकडाउन के समय इस तरह के वीडियो कई जगहों से आये थे, जिसमें पुलिस सब्जी के ठेले पलटते हुए दिख रही है. ऐसे कुछ वीडियो बीजेपी शाषित राज्यों से भी सामने आए थे.

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