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फैक्ट चेक: उद्धव ठाकरे ने नहीं कहा कि वो बीफ खाते हैं, अधूरे वीडियो से फैल रहा भ्रम

महाराष्ट्र चुनाव के दौरान शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के एक कथित बयान का वीडियो वायरल हो गया है. इसमें उद्धव ठाकरे द्वारा बीफ खाने की बात स्वीकारने के आरोप लगाए गए हैं, जिससे हिंदू मतदाता भड़क गए हैं. हालांकि, वीडियो की जांच करने पर पता चला कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के 2015 के बयान का संदर्भ देते हुए बात की थी.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
उद्धव ठाकरे ने एक सार्वजनिक सभा में स्वीकारा कि वो गोमांस खाते हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो उद्धव के भाषण का एक छोटा-सा हिस्सा है, जिससे पूरी बात स्पष्ट नहीं होती. असल में वो किरेज रिजिजू के 2015 के बयान का जिक्र कर रहे थे जिसमें रिजिजू ने कहा था कि वो बीफ खाते हैं.

महाराष्ट्र चुनाव की गहमागहमी के बीच शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के एक कथित बयान का वीडियो वायरल हो गया है. कई सोशल मीडिया यूजर्स इसे ये कहते हुए शेयर कर रहे हैं कि इसमें उद्धव ने सरेआम बीफ खाने की बात स्वीकारी है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि उद्धव ने हिंदू मतदाताओं को चुनौती दी है ​कि वो उनका जो बिगाड़ सकते हैं, बिगाड़ लें.

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे.

वायरल वीडियो में उद्धव किसी सार्वजनिक सभा में मंच से मराठी भाषा में भाषण देते दिख रहे हैं. उनके बीफ खाने वाली बात के बाद कुछ लोग उद्धव की जमकर आलोचना करते नजर आते हैं.

एक्स से लेकर फेसबुक तक हर जगह ये वीडियो वायरल है. इसे शेयर करते हुए हिंदू मतदाताओं से अपील की जा रही है कि वो उद्धव की पार्टी को भूल कर भी न जिताएं.

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो उद्धव ठाकरे के भाषण का एक छोटा-सा हिस्सा है जिससे पूरी बात स्पष्ट नहीं हो रही. असली भाषण में वो केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के 2015 के बयान का जिक्र कर रहे थे, जिसमें रिजिजू ने कहा था कि वो बीफ खाते हैं.

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कैसे पता लगाई सच्चाई?

हमने देखा कि वायरल वीडियो में एक जगह 'दशहरा रैली LIVE' लिखा हुआ है.

इस जानकारी की मदद से सर्च करने पर हमें पता लगा कि ये वीडियो 12 अक्टूबर, 2024 को

आयोजित शिवसेना (यूबीटी) की दशहरा रैली में दिए गए भाषण से लिया गया है. ये रैली मुंबई के शिवाजी पार्क में हुई थी.

इस रैली का वीडियो शिवसेना (यूबीटी) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लाइव प्रसारित हुआ था. इसमें उद्धव के वायरल बयान वाला हिस्सा करीब 2:00:00 के टाइमस्टैम्प पर देखा जा सकता है.

हमने ये वीडियो मराठी भाषा समझने वाले आजतक के पत्रकार आदित्य बिड़वई को दिखाया. उन्होंने हमें उद्धव के भाषण के वायरल वीडियो वाले हिस्से का मतलब समझाया.

उन्होंने बताया कि इसमें उद्धव कहते हैं, "हरियाणा में आर्यन मिश्रा नामक लड़के की गौ-तस्करी के शक में हत्या कर दी गई. एक हिंदू मारा गया और अगले दिन मीडिया में इस घटना के बारे में कुछ नहीं था. अगर कोई आर्यन खान या आर्यन शेख होता, तो इसके बारे में खूब खबरें छपतीं. जहां गौ तस्करी के शक में आर्यन मिश्रा की हत्या कर दी गई, वहीं किरेन रिजिजू बोलते हैं कि मैं बीफ खाता हूं. अगर कोई मेरा कुछ बिगाड़ सकता हो तो बिगाड़ ले- उसके लिए कुछ नहीं कहते हैं. वो बीफ खाते हैं, मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहा. लेकिन आप ये दोगलापन क्यों करते हैं. एक तरफ आप मासूम लोगों की हत्या कर देते हैं, दूसरी तरफ जो कहता है कि मैं बीफ खाता हूं, उसे आप मंत्रिमंडल में जगह देते हैं. ये झूठा हिंदुत्व मुझे मान्य नहीं है."

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इससे ये साफ हो जाता है कि उद्धव के वीडियो के जिन हिस्सों में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू का जिक्र है, उन्हें जानबूझकर हटा दिया गया है, ताकि ऐसा लगे कि उद्धव ने ये बयान अपने बारे में दिया है.

इस पूरे भाषण में कहीं भी उद्धव ठाकरे ने खुद के बीफ खाने की बात नहीं कही है.

रिजिजू ने किस संदर्भ में दिया था गोमांस वाला बयान?

दरअसल, साल 2015 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बयान दिया था कि गोमांस खाने वालों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रिजिजू ने कहा था, "मैं अरुणाचल प्रदेश से हूं और बीफ खाता हूं. क्या मुझे कोई रोक सकता है?"

जनसत्ता की एक खबर के मुताबिक, उन्होंने ये भी कहा था कि जिन राज्यों में हिंदू बहुसंख्यक हैं, वहां गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बना सकते हैं, लेकिन इसे पूर्वोत्तर राज्यों पर नहीं थोपा जा सकता.

साफ है, उद्धव ठाकरे के भाषण का एक छोटा-सा हिस्सा गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.

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