पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान 11 अप्रैल को भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई. खबरों के मुताबिक हिंसा के चलते मुर्शिदाबाद से लगभग 500 लोगों ने नदी पार कर मालदा के लालपुर स्कूल में शरण ली. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें एक शख्स सिर पर हेलमेट और मुंह पर मास्क लगाए, हाथ में गन लेकर सड़क पर चहलकदमी कर रहा है. पीछे लोगों की आवाजों के बीच गोली भी चलती हुई भी सुनाई दे रही है. इस शख्स के अलावा कुछ और लोग भी हाथ में डंडे लेकर इधर-उधर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं.
लोगों की मानें तो ये वीडियो पश्चिम बंगाल का है, और हाथ में बंदूक पकड़े हुए ये शख्स मुसलमान है. इसे फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “पश्चिम बंगाल सरकार प्रायोजित हिंसा--जिहादी खुले आम सड़कों पर असलहे के साथ हिंसा का जवाब अहिंसा नहीं और नाहि चुनाव है" जिन्दा कौमें चुनाव का इंतजार नहीं करती, इंतजार करते करते आपका इंतकाल कर दिया जाएगा’ #घात_का_जवाब_प्रतिघात_है.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो असल में बांग्लादेश के चटगांव में जुलाई 2024 में हुए एक प्रदर्शन का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ‘बांग्ला ट्रिब्यून’ और ‘सोमोय नैशनल’ जैसे बांग्लादेशी न्यूज आउटलेट पर इस वीडियो का लंबा वर्जन मिला. यहां इसे जुलाई 2024 में शेयर किया गया था. डिस्क्रिप्शन के मुताबिक ये घटना चटगांव की है, जो बांग्लादेश का एक जिला है.
इसके बाद हमें इस घटना से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक 16 जुलाई, 2024 को चटगांव में एक प्रदर्शन के दौरान ये शख्स बीच सड़क पर हाथ में बंदूक लेकर टहलता हुआ दिखाई दिया था. इस शख्स के अलावा और भी कई लोग हथियारों के साथ मौके पर मौजूद थे, और उन्होंने भी छात्रों पर हमला किया था.
दरअसल, चटगांव में जब कुछ छात्र नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, तब उनकी बांग्लादेश छात्र लीग के नेताओं से झड़प हो गई थी. छात्र लीग, बांग्लादेश अवामी लीग से जुड़ा छात्रों का संगठन है.
खबरों के मुताबिक नेताओं और छात्रों के बीच हुई इस झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. साथ ही, कुछ रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो में दिख रहे आदमी का नाम फिरोज आलम बताया गया है, जो की जुबो लीग का नेता था. जुबो लीग, बांग्लादेश अवामी लीग की युवा शाखा है. इससे पहले, फरवरी 2011 और जुलाई 2013 में भी पुलिस ने फिरोज को गिरफ्तार किया था. हालांकि, फिरोज ने सफाई देते हुए कहा था कि वीडियो में दिख रहा शख्स वो नहीं बल्कि कोई और था.
साफ है, बांग्लादेश के एक पुराने वीडियो को पश्चिम बंगाल का बताते हुए भ्रम फैलाया जा रहा है.