पिछले कुछ सालों में बिहार में पुल गिरने की कई घटनाएं हुई हैं. इसी साल जून महीने में दस दिन के भीतर राज्य में पांच पुल गिर गए थे. बिहार में चुनावी माहौल के बीच किसी निर्माणाधीन पुल के गिरने का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसे हाल-फिलहाल की घटना बताकर शेयर किया जा रहा है.
वायरल वीडियो को एक्स पर शेयर कर एक यूजर ने लिखा, “Big breaking, बिहार में सुपौल-मधुबनी के बीच कोसी नदी पर 1200 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन पुल गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया जिसमें कई श्रमिकों के दबने, घायल एवं मृत्यु होने की सूचना मिली है.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना हाल-फिलहाल की नहीं बल्कि मार्च 2024 की है जब बिहार के सुपौल में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कई लोगों ने इस वीडियो को पुराना बताया है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भी इस पोस्ट के जवाब में लिखा है कि ये वीडियो मार्च 2024 का है और वर्तमान मेें कोसी बकौर ब्रिज सुरक्षित और अच्छी स्थिति में है.
NHAI would like to clarify that the incident being circulated pertains to an old accident from March 2024. The Kosi Bakaur bridge is structurally safe and in good condition. NHAI strongly condemns the circulation of misleading content that may cause unnecessary concern.
— NHAI (@NHAI_Official) July 27, 2025
हमें मार्च 2024 में छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें वायरल वीडियो को देखा जा सकता है. एबीपी न्यूज के मुताबिक, ये घटना 22 मार्च, 2024 की है जब केंद्र सरकार के भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बिहार के सुपौल में बन रहे एक पुल का गार्डर (स्लैब) नीचे गिर गया था. इस घटना में एक मजदूर की मौत हो गई थी और कई मजदूर मलबे में दबने से घायल हो गए थे. ये पुल मिथिलांचल और कोसी के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों को जोड़ने वाला देश का सबसे बड़ा पुल है
अमर उजाला की मार्च 2024 में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 10.2 किलो मीटर लंबा ये पुल, भेजा-बकौर के बीच कोसी नदी पर बन रहा है और ये घटना तब की है जब ट्रेलर पर रखे सेग्मेन्ट को उठाते समय पिन के टूट जाने से पुल का एक निर्माणाधीन हिस्सा गिर गया था. इस घटना में कुल 11 मजदूर घायल हो गए थे जिनमें से एक की मौत हो गई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक मजदूर के परिजनों को दस लाख तथा घायल मजदूरों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई थी.
मार्च 2024 में तेजस्वी यादव समेत बिहार के कई विपक्षी नेताओं ने भी इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए राज्य सरकार की आलोचना की थी. बता दें कि कोसी नदी पर बन रहा ये पुल निर्माणाधीन है और दिसंबर 2025 तक इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है. हमें हाल-फिलहाल की ऐसी कोई भी खबर नहीं मिली जिसमें इस पुल के गिरने वाली किसी घटना का जिक्र हो.
हमने इस बारे में जानकारी के लिए मधुबनी जिले के संवाददाता अभिषेक झा से बात की. उन्होंने भी हमें यही बताया कि मिथिलांचल को सुपोल से जोड़ने वाला ये निर्माणाधीन पुल एकदम सही-सलामत है और हाल-फिलहाल में इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. साफ है, बिहार में निर्माणाधीन पुल के गिरने वाले एक पुराने वीडियो को हाल-फिलहाल की घटना का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
(रिपोर्ट - आशीष कुमार)