सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस वक्त काफी वायरल है, जिसमें एक गाड़ी देखते ही देखते सनसनीखेज तरीके से जमीन में समा जाती है. इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं कि उनकी बनाई हुई सड़क इस तरह धंस गई.
फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “स्पेस टेक्नोलॉजी द्वारा निर्मित सड़क देख लो मित्रों. अगर कैमरा नहीं होता तो चोर बदनाम हो जाते. शेयर करो.” बता दें कि पीएम मोदी ने 7 फरवरी 2017 को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए कहा था कि उनकी सरकार ने सड़कें बनवाते समय निगरानी के लिए ‘Space Technology’ की मदद से ली गई तस्वीरों का उपयोग किया, और रेलवे के काम का हिसाब लेने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो वाली घटना केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई किसी रोड पर नहीं, बल्कि साल 2021 में मुंबई की एक निजी सोसाइटी के पार्किंग एरिया में हुई थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें जून 2021 का एक ट्वीट मिला, जिसमें बताया गया है कि ये हैरान कर देने वाला मंजर मुंबई के घाटकोपर का है.
इसके बाद कीवर्ड सर्च की मदद से हमें इस घटना के बारे में छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें बताया गया है कि ये वीडियो घाटकोपर इलाके की एक प्राइवेट सोसाइटी की पार्किंग का है, जहां खड़ी एक कार अचानक जमीन के अंदर समा गई थी. दरअसल, सोसाइटी के परिसर में स्थित एक कुएं को सीमेंटेड प्लास्टर से ढक दिया गया था. इसके बाद सोसाइटी के लोग वहां अपनी गाड़ियां पार्क करने लगे. लेकिन, 13 जून 2021 को मुंबई में हुई तेज बारिश के बीच प्लास्टर कमजोर पड़ गया और यहां खड़ी एक कार देखते ही देखते कुएं में समा गई.
खबरों के मुताबिक घाटकोपर की रामनिवास सोसाइटी के कुएं में धंसी इस कार को निकालने में स्थानीय प्रशासन को करीब 12 घंटे लगे थे. वहीं, बीएमसी ने बयान देते हुए साफ कर दिया था कि उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि ये घटना घाटकोपर की एक निजी सोसाइटी में हुई थी, जहां एक 50 फीट गहरे कुएं को आरसीसी से ढक दिया गया था, ताकि उसमें मच्छर न पनपें. लेकिन, सोसाइटी के लोगों ने इस जगह को पार्किंग स्पेस में तब्दील कर दिया. कार में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिस वजह से इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
कार के मालिक डॉ. किरण दोषी ने उस वक्त ‘आजतक’ से बातचीत में बताया था कि उन्होंने ये ह्यूंडई वेन्यू कार महज एक साल पहले खरीदी थी. घटना के बाद कार की हालत इतनी बुरी हो गई, कि इंश्योरेंस होने के बावजूद उसे ठीक नहीं किया जा सका.
साफ है, साल 2021 में हुई ये घटना सरकार द्वारा बनाई गई किसी सड़क पर नहीं हुई थी, और न ही इस घटना के वक्त महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार थी.