
क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद से सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की बाढ़-सी आ गई है. और अब कहा जा रहा है कि आईसीसी ने विश्व कप फाइनल दोबारा कराए जाने का ऐलान किया है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया बेईमानी करके मैच जीता है.
दरअसल, हाल ही में एक एडिटेड फोटो शेयर करते हुए लोग कह रहे थे कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ट्रेविस हेड के हाथों से रोहित शर्मा का कैच छूट गया था. लेकिन फिर भी अंपायर ने रोहित को आउट बता दिया. ये बात पूरी तरह गलत थी और हमने इसकी सच्चाई भी बताई थी. अब इसी भ्रामक खबर के संदर्भ में कहा जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया की बेईमानी के मद्देनजर आईसीसी ने विश्व कप का फाइनल मैच दोबारा कराने की घोषणा कर दी है.
ऐसा कहने वाले लोग जोड़तोड़ कर बनाए गए कुछ न्यूज स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं. इन पर आईसीसी के पूर्व चीफ एग्जिक्यूटिव डेविड रिचर्डसन की तस्वीर है. कुछ पर लिखा है, "ICC chief डेविड ने re-match कराने का किया ऐलान और 25 नवंबर को दोबारा होगा मैच". वहीं, कुछ अन्य पोस्ट्स में बताया गया है कि विश्व कप का फाइनल मैच 10 दिसंबर को दोबारा होगा और ये सिर्फ 10 ओवर का मैच होगा.

खबर लिखे जाने तक ऐसे ही एक फेसबुक पोस्ट पर करीब 36 हजार लोग प्रतिक्रिया दे चुके थे. ऐसे पोस्ट्स पर कमेंट करने वाले कुछ लोग इसे सच्ची खबर मानते हुए खुशी जाहिर कर रहे हैं. कुछ इसे गलत भी बता रहे हैं तो कुछ पूछ रहे हैं कि इसकी हकीकत क्या है.
फेसबुक और यूट्यूब पर ये दावा काफी वायरल है. 'आजतक फैक्ट चेक' ने पाया कि आईसीसी ने विश्व कप का फाइनल मैच दोबारा कराने जैसा कोई ऐलान नहीं किया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
जाहिर है, क्रिकेट विश्व कप का फाइनल दोबारा कराने जैसी बात अगर आईसीसी ने कही होती तो इसके बारे में दुनिया भर में चर्चा होती. पर हमें इस तरह की कोई भी खबर नहीं मिली.
आईसीसी की आधिकारिक वेबसाइट या सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी ऐसे किसी ऐलान का जिक्र नहीं है.
डेविड रिचर्डसन नहीं हैं आईसीसी के चीफ एग्जिक्यूटिव
वर्तमान में ज्योफ एलार्डिस आईसीसी के चीफ एग्जिक्यूटिव हैं. जबकि वायरल पोस्ट में डेविड रिचर्डसन की फोटो और नाम इस्तेमाल करके उन्हें 'आईसीसी का चीफ' बताया गया है. जाहिर है, ऐसा इसलिए किया गया ताकि लोग विश्व कप फाइनल मैच दोबारा होने की बात पर यकीन कर लें. डेविड साल 1993 से 2001 और 2012 से 2019 के बीच आईसीसी के चीफ एग्जिक्यूटिव थे.
साफ है कि आईसीसी के हवाले से विश्व कप का फाइनल मैच दोबारा कराए जाने की जो बात कही जो रही है, वो बिल्कुल बेबुनियाद है.