सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस समय काफी चर्चा में आ गया है जिसमें एक दुकानदार बेहद गंदी तरीके से लोगों को पानी पूरी खिलाता दिख रहा है. कहा जा रहा है कि ये पानी पूरी वाला शख्स एक मुस्लिम है जो “थूक जिहाद” फैला रहा है.
वीडियो की शुरूआत में सड़क किनारे पानी पूरी वाले को मटके से पानी चखते देखा जा सकता है. जिस चम्मच से वो पानी चखता है उसी जूठी चम्मच को वो मटके में डाल देता है. इसके बाद वो अपने हाथ से ही मटके में रखा पानी घोलने लगता है.
यहां तक कि वो अपने हाथ को सादे पानी से इस मटके में ही धो लेता है. अपना पसीना पोछने के बाद इन्हीं हाथों से वो दो लड़कियों को पानी पूरी पिलाने लगता है. इसी बीच एक आदमी आता है और लड़कियों को पानी पूरी वाले की सारी करतूत अपने मोबाइल में दिखा देता है. इसके बाद पानी पूरी वाला भाग जाता है और लड़कियां उसके ठेले को गिरा देती हैं.
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “हलाल पानी पूरी, बाजार में कोई भी सामान अच्छी तरह से जाने हुए व्यक्ति की दुकान पर खाएं और खाने से पहले अवश्य जांचें कि वो जिहादी तो नहीं है”. वीडियो के जरिए मुस्लिम दुकानदारों का बहिष्कार करने की अपील की जा रही है. इन दावों के साथ ये वीडियो एक्स पर जमकर शेयर किया जा रहा है. वायरल पोस्ट का आर्कइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो किसी असली घटना का नहीं बल्कि स्क्रिप्टेड है.
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये मॉडल और अभिनेत्री संजना गलरानी के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर मिला. यहां वीडियो के लंबे वर्जन को 8 मई को अपलोड किया गया था. लेकिन यहां वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है कि इस पेज पर स्क्रिप्टेड ड्रामा और पैरोडी वीडियो डाले जाते हैं. इसका मकसद मनोरंजन और जागरूकता फैलाना होता है. वीडियो के आखिर में भी ये बताया गया है और ऐसे दुकानदारों से सावधान रहने की हिदायत दी गई है. यहां ऐसा कुछ नहीं लिखा है कि पानी पूरी वाला शख्स मुस्लिम है.

संजना गलरानी के फेसबुक पेज पर इस तरह के और भी स्क्रिप्टेड वीडियोज देखे जा सकते हैं.
वीडियो के एक हिस्से को कुछ दिनों पहले ‘IdeasFactory’ नाम के फेसबुक पेज ने भी शेयर किया था. इस फेसबुक पेज पर भी वायरल वीडियो जैसे स्क्रिप्टेड वीडियोज अपलोड किए जाते हैं. हाल ही में इसी पेज के एक वीडियो को सोशल मीडिया पर असली घटना मानकर शेयर किया जा रहा था. आजतक फैक्ट चेक ने इस पर खबर भी की थी.