scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: न तो तिरुपति बालाजी मंदिर का चेयरमैन ईसाई है, न ही सिद्धिविनायक मंदिर का कोई ट्रस्टी मुस्लिम है  

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी पाई गई, वहां के चेयरमैन चंद्रशेखर रेड्डी ईसाई हैं. साथ ही दावा किया जा रहा है कि मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर का ट्रस्टी सलीम मुस्लिम है. सोशल मीडिया पर किए जा रहे इन्हीं दावों का आजतक की टीम ने फैक्ट चेक किया है.  

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
तिरुपति बालाजी मंदिर स​मिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर रेड्डी ईसाई हैं. वहीं, सिद्धिविनायक मंदिर का ट्रस्टी सलीम मुस्लिम है.  
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये दोनों ही बातें गलत हैं. तिरुपति बालाजी के प्रबंधन का काम देखने वाली ट्रस्ट में खबर लिखे जाने तक चेयरमैन का पद खाली है. वहीं, सिद्धिविनायक मंदिर का कोई वर्तमान ट्रस्टी मुस्लिम नहीं है.

सोशल मीडिया पर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि जिस तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी पाई गई, वहां के चेयरमैन चंद्रशेखर रेड्डी ईसाई हैं. साथ ही, ये भी कहा जा रहा है कि मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर का ट्रस्टी सलीम मुस्लिम है.  

पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कई लोग लिख रहे हैं कि ये हिंदुओं के खिलाफ एक साजिश है. गौरतलब है कि तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में कथित तौर पर पशु चर्बी और मछली के तेल के प्रयोग का आरोप लगने के बाद से इस मामले को लेकर बवाल चल रहा है. 

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल पोस्ट में कही जा रही दोनों ही बातें गलत हैं. तिरुपति बालाजी मंदिर का प्रबंधन देखने वाली ट्रस्ट में वर्तमान में चेयरमैन का पद खाली है. खबर लिखे जाने तक वहां ट्रस्ट बोर्ड का गठन नहीं हुआ है. वहीं, सिद्धि विनायक मंदिर का कोई भी वर्तमान ट्रस्टी मुस्लिम नहीं है. 

तिरुपति मंदिर प्रशासन ने क्या बताया?

तिरुपति बालाजी मंदिर का प्रबंधन "तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम" नामक सरकारी ट्रस्ट का कामकाज देखता है. वर्तमान में इस ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट से बोर्ड के सदस्यों से जुड़ी जानकारी अस्थायी रूप से हटा दी गई है. यहां लिखे संदेश के मुताबिक, चुनावी आचार संहिता के चलते ऐसा किया गया है. 

Advertisement

लिहाजा, हमने इस बारे में जानकारी पाने के लिए तिरुपति बालाजी मंदिर के चीफ पीआर ऑफिसर टी. रवि से बात की. उन्होंने आजतक को बताया कि वर्तमान में "तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम" का कोई ट्रस्ट बोर्ड नहीं है, न ही कोई चेयरमैन है. उन्होंने उम्मीद जताई कि नई सरकार जल्द ही ट्रस्ट बोर्ड के सदस्यों की नियुक्ति करेगी. 

साथ ही, ये भी बताया कि, "वर्तमान में मंदिर के सबसे बड़े अधिकारी जे श्यामला राव हैं जो एग्जिक्यूटिव ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं. वो हिंदू हैं. मंदिर ट्रस्ट बोर्ड के पिछले चेयरमैन बी. करुणाकर रेड्डी थे. वो भी हिंदू ही थे. बीते कुछ सालों में किसी भी ईसाई की मंदिर ट्रस्ट बोर्ड के चेयरमैन के तौर पर नियुक्ति नहीं हुई है. वे सभी हिंदू थे."

"द हिंदू" की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, "तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम" के ट्रस्ट बोर्ड के सदस्यों के नाम का ऐलान ब्रह्मोत्सवम उत्सव से पहले कर सकते हैं.  

सिद्धिविनायक मंदिर के ट्रस्टी कौन हैं?

मुंबई स्थित सिद्धिविनायक मंदिर के प्रबंधन का काम "श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट" देखती है. ट्रस्ट ने 28 सितंबर को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर अपने नए कोषाध्यक्ष और ट्रस्टियों के बारे में जानकारी डाली थी जिसे नीचे देखा जा सकता है. इसमें कोई भी मुस्लिम नाम नहीं है.

Advertisement

हमने इस बारे में और जानकारी पाने के लिए मंदिर के कार्यालय में संपर्क किया. वहां के एक अधिकारी ने हमें बताया कि वहां का कोई भी ट्रस्टी मुस्लिम नहीं है. ट्रस्ट मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष सदानंद शंकर सरवनकर हैं और वो भी हिंदू हैं. अधिकारी ने हमें मंदिर ट्रस्ट कमिटी के सदस्यों की नियुक्ति से संबंधित सरकारी नोटिफिकेशन भी भेजा. इसमें सभी के नाम देखे जा सकते हैं और ये साफ हो जाता है कि इनमें से कोई भी मुस्लिम नहीं है. इस लिस्ट में सलीम नाम के किसी व्यक्ति का नाम नहीं है.

साफ है, तिरुपति बालाजी मं​दिर और सिद्धिविनायक मंदिर के बारे में झूठी अफवाह फैलाई जा रही है.

---- समाप्त ----
Live TV

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement