
“भाजपा में शामिल होना और मोदी का समर्थन करना मेरा सबसे खराब निर्णय था, मुझे उनकी रणनीति के बारे में पता नहीं था, लद्दाख के लोग कृपया मुझे माफ कर दें.” लद्दाख में बीजेपी के मौजूदा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल के नाम पर सोशल मीडिया पर ये बयान इस वक्त काफी वायरल है.
दरअसल, 23 अप्रैल 2024 को बीजेपी ने लद्दाख सीट से जामयांग सेरिंग की जगह ताशी ग्यालसन को टिकट देने की घोषणा की, जिससे जामयांग और उनके समर्थक नाखुश हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये बयान चर्चा का विषय बन गया है.
जामयांग सेरिंग की तस्वीर के साथ, सोशल मीडिया पर ये बयान शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “भाजपा में शामिल होना और मोदी का समर्थन करना मेरा सबसे खराब निर्णय था, मुझे उनकी रणनीति के बारे में पता नहीं था, लद्दाख के लोग कृपया मुझे माफ कर दें. एक दिन इसी तरह देश की जनता भी पछताएगी की हमने भाजपा को वोट देकर अपने आने वाली नस्लों को बर्बाद कर दिया अभी भी समय बचा है इस बार जाग जाओ- जामयांग त्सेरिंग ( BJP सांसद ).”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये बयान फर्जी है. जामयांग सेरिंग नामग्याल ने खुद ट्वीट करके साफ किया है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने जामयांग सेरिंग के इस बयान के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स खोजने की कोशिश की, लेकिन हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली. हालांकि, ‘न्यूज18 जम्मू कश्मीर लद्दाख हिमाचल’ के यूट्यूब चैनल पर हमें जामयांग का एक वीडियो मिला. 24 अप्रैल 2024 के इस वीडियो रिपोर्ट में जामयांग बताते हैं कि बीजेपी के लद्दाख लोकसभा सीट से उनका टिकट काटने के फैसले से वो असहमत हैं.
वीडियो में जामयांग कहते हैं कि वो और उनके समर्थन समझ नहीं पा रहे हैं कि पार्टी ने ऐसा फैसला क्यों लिया है. हालांकि, वो भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ अब भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वो पार्टी की विचारधारा से ही चलते हैं. इस दौरान उन्होंने पार्टी से टिकट मिलने पर ताशी ग्यालसन को बधाई भी दी. लेकिन, उन्होंने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता इस फैसले से नाखुश हैं, जिस वजह से सीट पर बीजेपी की दोबारा जीत होने पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है.
इसके अलावा, टिकट काटे जाने पर न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई’ से बातचीत करते हुए जामयांग ने कहा, “आज बीजेपी ने ठोस कारण बताए बिना मेरी जगह लद्दाख संसदीय क्षेत्र के लिए एक नए उम्मीदवार की घोषणा की.” साथ ही, इस फैसले को ‘अन्याय’ कहते हुए, जामयांग ने बताया कि उन्होंने बीजेपी से इस फैसले को लेकर असहमति दर्ज कर दी है.
इसके अलावा, हमें जामयांग ने 25 अप्रैल 2024 को वायरल हो रहे इस बयान को फर्जी बताते हुए ट्वीट भी किया था. उन्होंने लिखा, “मैं साफ करना चाहता हूं कि मैंने ये शब्द कभी नहीं कहे. मेरे नाम पर झूठ बयान फैलाने वालों की मैं कड़ी निंदा करता हूं. एक वफादार बीजेपी कार्यकर्ता होने के नाते मैंने हमेशा हमारी पार्टी और हमारे नेता श्री नरेंद्र मोदी जी के नेत्रत्व की प्रशंसा की है.”
साफ है, जामयांग सेरिंग के नाम से पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा बयान फर्जी है.