
मंच पर भाषण देते किसी नेता का वीडियो शेयर करते हुए कुछ लोग तंज कस रहे हैं कि ये केरल के कांग्रेस नेता पीसी जॉर्ज हैं जिन्होंने मुस्लिम समुदाय को लेकर नफरत भरा बयान दिया. पीसी जॉर्ज के नाम पर वायरल इस बयान में लिखा है कि मुस्लिमों के होटल के खाने में लोगों को नपुंसक बनाने वाली दवा मिलाई जाती है. दावे के मुताबिक, पीसी जॉर्ज केरल सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं.
मिसाल के तौर पर, एक एक्स यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "केरल कांग्रेस के नेता पीसी जॉर्ज ने कहा कि सभी ईसाईयों और हिंदुओं को मुसलमानों के रेस्टोरेंट और होटल में कभी भी खाना खाने नहीं जाना चाहिए क्योंकि मुसलमान व्यवसाई खानों में कई तरह की दवाई मिलाकर हिंदुओं और ईसाइयों को नपुंसक बनाकर इस देश की सत्ता पर काबिज करना चाहते हैं उन्होंने अपने बात के उदाहरण में श्रीलंका के डॉक्टर का भी नाम लिया. उन्होंने जो कहा इस बहस में ना जाते हुए आप यह सोचिए यह व्यक्ति कोई मामूली व्यक्ति नहीं है यह केरल सरकार में पूर्व मंत्री रह चुका है."
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि पीसी जॉर्ज वर्तमान में बीजेपी में हैं, न कि कांग्रेस में. इसके अलावा, वो कभी भी केरल सरकार में मंत्री पद पर नहीं रहे हैं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने पीसी जॉर्ज के भाषण वाला वायरल वीडियो, मलयालम भाषा समझने वाली आजतक फैक्ट चेक टीम की सदस्या श्रीजिषा लैला को भेजा. उन्होंने बताया कि इस वीडियो में पीसी जॉर्ज वाकई ऐसा कहते दिखते हैं कि मुस्लिमों द्वारा चलाए जा रहे होटलों के खाने में नपुंसक बनाने वाली दवा डाली जाती है. उन्होंने बताया कि ये वीडियो साल 2022 का है जब पीसी जॉर्ज ने कहा था कि मुस्लिम ऐसा इसलिए करते हैं ताकि वो देश को नियंत्रित कर सकें.
कीवर्ड सर्च करने से हमें इस घटना से संबंधित साल 2022 की कई सारी न्यूज रिपोर्ट मिलीं. 'द इंडियन एक्सप्रेस' की 1 मई, 2022 की खबर के मुताबिक उस वक्त पीसी जॉर्ज ने ये बयान 29 अप्रैल, 2022 को तिरुवनंतपुरम में 'अनंतपुरी हिंदू महासम्मेलन' के दौरान दिया था.
इस बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था और पीसी जॉर्ज के खिलाफ हेट स्पीच के मामले में एफआईआर भी दर्ज की गईं थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.
'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के अनुसार, उस वक्त जॉर्ज ने ये भी कहा था कि मुस्लिम अपनी जनसंख्या तेजी से बढ़ा रहे हैं ताकि वो देश पर कब्जा कर सकें.
'इकोनॉमिक टाइम्स' की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मामले में पीसी जॉर्ज को 1 मई, 2022 को गिरफ्तार किया गया था लेकिन उन्हें उसी दिन जमानत मिल गई थी. इसके बाद, 10 मई, 2022 को उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ था, जिसके बाद 25 मई को फिर उनकी गिरफ्तारी हुई थी. इस मामले में भी उन्हें 27 मई, 2022 को केरल हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी.
किन राजनीतिक पार्टियों में रहे हैं पीसी जॉर्ज?
पीसी जॉर्ज केरल के वरिष्ठ नेता हैं जो सात बार विधायक रह चुके हैं.
अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती सालों में वो केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि), और केरल कांग्रेस (सेक्युलर) जैसे विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े रहे.
कांग्रेस की अगुवाई वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) सरकार के कार्यकाल के दौरान वो 2011 से 2015 तक केरल विधानसभा के चीफ व्हिप के पद पर आसीन रहे.
साल 2015 में कुछ विवादों के चलते उनका यूडीएफ सरकार से ताल्लुक खत्म हो गया.
'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, साल 2017 में उन्होंने अपनी खुद की पार्टी 'केरल जनपक्षम (सेक्युलर)' बनाई.
वहीं, जनवरी, 2024 में इस पार्टी का बीजेपी में विलय हो गया.
इस बारे में और जानकारी पाने के लिए हमने पीसी जॉर्ज के बेटे शॉन जॉर्ज को कॉल किया. उन्होंने आजतक को बताया कि ये विवाद उस वक्त का है जब वो 'केरल जनपक्षम (सेक्युलर)' नाम की अपनी पार्टी चला रहे थे. उस वक्त उनका न तो सीधे बीजेपी से कोई संबंध था और न ही कांग्रेस से.
यानी साफ है, मुस्लिमों के बारे में विवादित बयान देने वाले नेता पीसी जॉर्ज वर्तमान में कांग्रेस के नेता नहीं हैं.