भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग हिंदू दक्षिणपंथी संगठन सालों से कर रहे हैं. अब सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसे शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि ये मांग अब पूरी हो गई है. इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें लगी हैं और साथ ही लिखा है, “भारत हिंदू राष्ट्र घोषित. छीने गए मुस्लिम-ईसाईयों के सारे अधिकार.”

न्यूज रिपोर्ट जैसे दिखने वाले इस वीडियो में बताया जाता है, “भारत अब जल्द बनेगा हिंदू राष्ट्र. संविधान हुआ तैयार. हिंदू राष्ट्र में काशी बनेगी मोदी की राजधानी, मुसलमान और ईसाइयों को नहीं मिलेंगे कोई अधिकार.”
वीडियो में आगे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक बयान आता है. जिसमें वो कहते हैं, “हिंदू राष्ट्र की अवधारणा कहीं गलत नहीं है.” वीडियो में ये भी बताया जाता है कि साधु-संतों ने हिंदू राष्ट्र का संविधान तैयार कर लिया है. इसके मसौदे में ये तय किया गया है कि किसे कितने अधिकार मिलेंगे. इस संविधान का पूरा खुलासा प्रयागराज में साल 2023 के माघ मेले में किया जाएगा. इसके मुताबिक देश के हर नागरिक को अनिवार्य रूप से सैन्य प्रशिक्षण दिए जाने और कृषि को पूरी तरह से टैक्स फ्री किए जाने का प्रस्ताव है. मुस्लिम और ईसाइयों को वोट नहीं देने का प्रस्ताव है. जबकि हर हिंदू को 16 साल की उम्र में वोट देने का अधिकार होगा.
लेकिन बहुत सारे लोग वीडियो के थंबनेल और शुरुआत में कही गई बातों के आधार पर ऐसा मान रहे हैं कि सरकार के स्तर पर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया गया है.

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि भारत के हिंदू राष्ट्र घोषित होने वाली बात पूरी तरह से गलत है. भारत सरकार के स्तर पर ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत में 79.8 फीसदी हिंदू जनसंख्या है. लेकिन संविधान के मुताबिक भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और देश में सभी धर्मों को मानने वाले नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हैं. भारत दुनिया के सबसे बड़े धर्मनिरपेक्ष देशों में से एक है. ऐसे में अगर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया गया होता तो ये खबर इंटरनेशनल स्तर पर मीडिया की सुर्खियों में होती. लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
भारत के संविधान में साल 1976 में 42वां संशोधन करके उसकी प्रस्तावना में भारत के लिए ‘समाजवादी पंथ निरपेक्ष’ शब्द जोड़े गए थे. यानी देश के संविधान की प्रस्तावना में ही इसे सेकुलर राष्ट्र बताया गया. 42वां संविधान संशोधन इमरजेंसी के दौरान किया गया था और उस वक्त संविधान में और भी कई बदलाव हुए थे.
अगर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाएगा तो इसके लिए कैबिनेट की मंजूरी के बाद संविधान में संशोधन करने की भी आवश्यकता होगी. लेकिन अभी तक न तो कैबिनेट ने ऐसा कोई प्रस्ताव पारित किया है और न ही ऐसा कोई प्रस्ताव संसद के किसी भी सदन में विचाराधीन है.
वायरल वीडियो में योगी आदित्यनाथ के जिस बयान को दिखाया गया है वो हाल-फिलहाल का नहीं है. उन्होंने ये बयान साल 2017 में पहली बार यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद एक इंटरव्यू के दौरान दिया था. ये इंटरव्यू डीडी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी मौजूद है. साफ है, भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की ये बात पूरी तरह से झूठ है.