किसी लिफ्ट में दो बच्चियों को बेहोश कर उनका अपहरण करते दो आदमियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये किसी लिफ्ट के सीसीटीवी फुटेज जैसा लग रहा है. इसकी शुरुआत में दो लड़कियां आराम से लिफ्ट में खड़ी दिखती हैं. लिफ्ट खुलते ही अचानक दो आदमी अंदर आते हैं, और बच्चियों के मुंह पर हाथ रखकर उन्हें जबरन पकड़ लेते हैं. लड़कियां बार-बार खुद को उनके चंगुल से छुड़ाने की कोशिश करती हैं, लेकिन नाकाम रहती हैं. कुछ देर बाद लिफ्ट का दरवाजा बंद हो जाता है और ये शख्स बेहोश हो चुकी दोनों बच्चियों को गोद में उठा लेते हैं.
लोगों की मानें तो ये घटना बेंगलुरु, कर्नाटक की है, जहां दो हिन्दू लड़कियों को दो मुसलमान युवकों ने अगवा कर लिया. वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “कर्नाटक, बंगलौर- देखिए किस तरह जेहादी लिफ्ट में से हिन्दू लड़कियों को क्लोरोफार्म सुंघा कर अपहरण कर रहे हैं लिफ्ट में बेहोश करके सीधे कार पार्किंग में खड़ी कार में दोनों लड़कियों को डाला और निकल गए, जिन लड़कियों और महिलाओं का अपहरण होता है उनका कभी पता नहीं चलता.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो मिस्र का है, जहां एक पिता ने अपनी ही बेटियों का अपहरण करवा दिया था. इस घटना का भारत से कुछ लेना-देना नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इससे संबंधित 20 दिसंबर, 2023 की एक रिपोर्ट मिली. खबर के मुताबिक लिफ्ट से अगवा हुई दो बच्चियों का ये वीडियो मिस्र का है. साथ ही, अपहरण करवाने वाला कोई और नहीं, बल्कि इन लड़कियों का पिता था. खबरों के मुताबिक 13 दिसंबर, 2023 को दो आदमियों ने मिलकर इन लड़कियों का अपहरण किया था. दरअसल, लड़कियों के माता-पिता का तलाक होने के बाद, साल 2022 में इन बच्चियों की कस्टडी उनकी मां को मिल गई थी. इस बात से नाराज पिता ने दो आदमियों को पैसे देकर बच्चियों का अपहरण करवा लिया. एक बच्ची अपहरणकर्ता के चंगुल से निकलकर भाग गई, लेकिन दूसरी अगवा हो गई.
इस मामले में काहिरा के नस्र सिटी में रहने वाली इन बच्चियों की मां ने पुलिस में शिकायत की थी. कार्रवाई करते हुए लड़कियों को अगवा करने वाले दोनों आदमियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. तहकीकात में ये भी पता चला था कि अपहरण करवाने के बाद लड़की का पिता उसे लेकर काहिरा हवाई अड्डा पहुंचा था, जहां से वो बेटी के साथ देश छोड़कर चला गया था.
मिस्र की इंटीरियर मिनिस्ट्री ने भी इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया था. ट्वीट में एयरपोर्ट का सीसीटीवी फुटेज मौजूद है, जिसमें लड़की और उसके पिता को साथ में देखा जा सकता है.
#وزارة_الداخلية.
— وزارة الداخلية (@moiegy) December 20, 2023
فى إطار جهود أجهزة الوزارة لكشف ملابسات مقطع فيديو تم تداوله على مواقع التواصل الإجتماعى يظهر خلاله شخصين يقومان بإصطحاب طفلتين من أحد المصاعد .
بالفحص تبين أنه بتاريخ 2023/12/13 تقدمت والدة الطفلتين (مقيمة بدائرة قسم شرطة #مدينة_نصر_ثالث_بالقاهرة) ببلاغ للقسم… pic.twitter.com/v2ERRCtHp1
साफ है, मिस्र की एक घटना को सांप्रदायिक रंग देते हुए कर्नाटक का बता कर भ्रम फैलाया जा रहा है.